चंडीगढ़, 25 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी राज्य की पुलिस वहां की सरकार का आइना होती है अत: पुलिसकर्मियों को पूर्ण निष्ठïाभाव से सेवा करनी चाहिए। पुलिस की नौकरी केवल आजीविका के लिए नहीं है बल्कि इसमें समाजसेवा का भाव भी निहित है।
मुख्यमंत्री आज हरियाणा सशस्त्र पुलिस, अकादमी मधुबन,करनाल के वच्छेर स्टेडियम में पुलिस के 16वें बैच के 400 महिला एवं पुरूष उप-निरीक्षकों के दीक्षांत समारोह में परेड का निरीक्षण करने उपरांत पुलिस जवानों को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त उप-निरीक्षकों को उनका प्रशिक्षण पूरा होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के बाद वे अपनी ड्यूटी पर पहला कदम रखेंगे। आज के बाद सभी को एचपी यानि हरियाणा पुलिस नहीं बल्कि एचपी हरियाणा प्रदेश मानकर पूरे प्रदेश की ईमानदारी व कर्मठता से सेवा करनी होगी।
पुलिस जवानों द्वारा ली गई शपथ का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें बोले गए एक-एक शब्द को याद रखकर ईमानदारी व निष्पक्षता का पालन करने का संकल्प बनाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि नौजवानों ने अपना कैरियर बनाने के लिए पुलिस सेवा को चुना, यह बड़े गर्व की बात है। पुलिस और दूसरे विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी में काफी अंतर रहता है क्योंकि दूसरे कर्मचारी कैलेंडर के हिसाब से चलते हैं लेकिन पुलिस का कोई कैलेंडर नहीं होता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पुलिसबल में महिलाओं की संख्या केवल तीन प्रतिशत थी, जबकि पिछले पांच वर्ष में इनकी संख्या को बढ़ाकर छ: प्रतिशत किया गया और उसके बाद यह संख्या 10 प्रतिशत तक पहुंच गई। सरकार का लक्ष्य है कि इसे 15 प्रतिशत तक किया जाए। उन्होंने कहा कि आज के दीक्षांत समारोह में भी 56 महिला पुलिस उपनिरीक्षक पासआउट हो रही हैं जो पासआउट संख्या का 14 प्रतिशत बनता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस दिशा में सरकार ने पिछले लगभग 6 वर्षों में 70 हजार से अधिक युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप सरकारी नौकरी दी है। पुलिस में भी पारदर्शी तरीके से भर्ती करने के लिए टीआरपी (ट्रांसपेरेंट रिक्रूटमेंट प्रोसैस)लागू किया गया है। इसी का परिणाम है कि आज सभी वर्गों और सभी क्षेत्रों से उच्च शिक्षा प्राप्त युवक व युवतियां पुलिस में भर्ती हो रहे हैं। हरियाणा पुलिस में राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों को भी भर्ती किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पुलिस सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए राज्य में हर जिले में मॉडर्न पुलिस थाना बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त, राज्य में पांच पुलिस रेंज मुख्यालय और कमिश्नरेट, फरीदाबाद में छ: नए साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन बनाने की मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि मधुबन में स्थित पुलिस कॉम्पलैक्स में भी फॉरेंसिक साईंस प्रयोगशाला (एफएसएल) के ट्रैकिया बार-कोडिंग सिस्टम का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए गुरुग्राम में देश का पहला ट्रेनिंग सेंटर डीआईटेसी (डिजिटल इन्वेस्टिगेशन एंड टैक्रिकल ऐनिलाईज सैंटर) स्थापित किया गया है। इसमें पुलिस के कर्मचारियों को सोशल मीडिया, इंटरनेट और साइबर अपराधों का अनुसंधान करने में प्रशिक्षित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में नशा तस्करों से निपटने के लिए भी पूर्णत: सजग है। इसके लिए जिला पंचकूला में ‘अंतर्राज्यीय ड्रग्स सचिवालय’ स्थापित किया गया है। कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने वाली एजेंसियों को सुदृढ़ व आधुनिक बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। इस उद्देश्य से प्रदेश में 31 नये महिला थाने खोले गए हैं, जबकि पहले इनकी संख्या केवल दो थी। इसी प्रकार, राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए दुर्गा शक्ति वाहिनी और दुर्गा शक्ति रेपिड एक्शन फोर्स बनाई गई है। इसके अलावा, एक और सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत दुर्गा शक्ति ऐप भी शुरू किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे गर्व है कि हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन आज केवल राज्य के ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पुलिस प्रशिक्षण की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है। एक संस्था के रूप में इस अकादमी ने, न केवल अपनी स्थापना के उद्देश्य को पूरा किया है बल्कि आशाओं से भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने समस्त पुलिस परिवार की ओर से मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1975 में मधुबन में पुलिस परिसर की स्थापना हुई थी और वर्ष 1976 से यहां नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुए। वर्ष 2002 में इसे एचएपी का दर्जा मिला। अब यह देश की सर्वोत्तम पुलिस अकादमी में से एक है। यहां न केवल हरियाणा बल्कि हिमाचल, नागालैंड, गोवा, दिल्ली, बिहार जैसे राज्यों के जवान व सीबीआई के अतिरिक्त अफगानिस्तान व श्रीलंका के पुलिस जवान भी प्रशिक्षण ले चुके हैं। गत 44 वर्षों में अब तक 2 लाख 50 हजार जवान प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आज के दीक्षांत समारोह में पासआउट होने वाले पुलिस जवानों में 50 पोस्ट ग्रेजुएट, 198 गे्रजुएट तथा 152 व्यावसायिक डिग्रीधारक हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुलिस में अच्छे पढ़े-लिखे जवान आने से इसमें आधुनिक व पेशेवर दक्षता तो आएगी ही साथ में जनसेवा का भाव भी बढ़ेगा।
कार्यक्रम के अंत में पुलिस अकादमी के निदेशक योगेन्द्र सिंह नेहरा ने मुख्यमंत्री सहित कार्यक्रम में आए अन्य विशिष्टï अतिथियों का धन्यवाद किया।