लघु संदेशों और अनवरत नवाचारों के जरिए अधिकतम लोगों तक कोविड जागरूकता संदेश पहंचाना जरूरी -प्रभारी सचिव

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जयपुर, 1 अगस्त।  जयपुर जिले के प्रभारी सचिव श्री सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि कोविड-19 से मुकाबले के लिए सावधानी ही एकमात्र उपाय है और इसके लिए अधिकतम लोगों को जागरूक किया जाना जरूरी है। साथ ही ऎसे लोगों का चालान किया जाना चाहिए जो मास्क लगाने, बाहर नहीं थूंकने जैसे कोविड से बचाव के नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दें।
श्री अग्रवाल ने शनिवार को जिला कलक्टे्रट सभागार में कोविड-19 जन जागरूकता अभियान, कोविड के प्रबन्धन के लिए जिले में किए जा रहे प्रयासों एवं अन्य विषयों पर आयोजित समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि अब लघु संदेशों, सोशल मीडिया और नवाचारों के माध्यम से अनवरत प्रक्रिया के रूप में लोगों को कोरोना से बचाव के उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए शहर की जनसंख्या के आधार पर समुचित वाहनों द्वारा प्रचार किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही इस कार्य में एनएसएस, एनसीसी, सिविल डिफेंस जैसे संगठनों की भी सहायता लेने के लिए कहा।
जिला कलक्टर श्री अन्तर सिंह नेहरा द्वारा प्रभारी सचिव श्री अग्रवाल को जयपुर शहर एवं उपखण्डों में कोविड नियंतर्ण के लिए इंसीडेंट कमाण्डर व्यवस्था की जानकारी दी गई। इस पर श्री अग्रवाल ने मास्क नहीं पहनने एवं कोविड संक्रमण रोकने सम्बन्धी अन्य नियमों की पालना नहीं करने पर नियमानुसार तहसीलदार समेत सभी इंसीडेंट कमाण्डर्स को ऎसे व्यक्तियों के समुचित संख्या में चालान करने के निर्देश दिए।
 प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि पेयजलापूर्ति लाइनों में सीवरेज के मिश्रण के कारण होने वाले जल प्रदूषणों के मामले में अविलम्ब कार्यवाही की जाए। उन्होंने पिछले वर्ष सोडाला के सुशीलपुरा पुलिया क्षेतर् एवं मोतीडूंगरी क्षेतर् में जलप्रदूषण की शिकायतों के बाद वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया कि यहां जर्जर लाइनों को बदल दिया गया है और अब कोई समस्या नहीं है। श्री अग्रवाल ने चिकित्सा, जलदाय विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों को इन दोनों जगह संयुक्त दौरा करने के निर्देश दिए। साथ ही ऎसे इलाके जहां अभी भी जर्जर जलापूर्ति लाइनों के कारण दूषित पानी की समस्या हो सकती है, नियमित रूप से चैकिंग कर रिपोर्ट हर सप्ताह जिला कलक्टर कार्यालय को सौंपने को कहा।
श्री अग्रवाल ने मानसून में खुले बिजली तारो के कारण जनहानि की आंशका का जिक्र करते हुए जेवीवीएनएल के अधिकारियों से विभिन्न सड़कों, पार्कों में खुले बिजली पैनल्स की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए अगले सात दिवस मेें सभी पैनल्स को ढंक दिया जाए ताकि मानसून में कोई अनहोनी नहीं हो।
प्रभारी सचिव ने डेंगू, स्क्रब टाइफस, चिकिनगुनिया, स्वाइन फ्लू एवं अन्य मौसमी बीमारियों की स्थिति की भी समीक्षा की। डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम अधिकारियों को उपयुक्त स्थलों पर फोगिंग एवं एंटीलार्वा गतिविधियां जारी रखने को कहा। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अतहर आमिर, अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय श्री पुरूषोत्तम शर्मा, तृतीय श्री राजेन्द्र कविया, चतुर्थ श्री अशोक शर्मा, साउथ श्री शंकरलाल सैनी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
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