सैनेटाइजर के सैम्पल फेल होने के कारण 11 सैनेटाइजर ब्रांड के खिलाफ एफआईआर दर्ज

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चंडीगढ़, 5 अगस्त- हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से एकत्र किए गए सैनेटाइजर के सैम्पल फेल होने के कारण 11 सैनेटाइजर ब्रांड के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इसके साथ ही संबंधित ब्रांड का लाईसैंस रद्द या निलम्बित करने का नोटिस जारी किया है।

श्री विज ने कहा कि हरियाणा के खाद्य एवं औषध प्रशासन द्वारा 248 सैम्पल एकत्र किए गए थे, जिनमें से 123 सैम्पल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से 109 सैम्पल पास हुए है, जबकि 14 सैम्पल फेल पाए गए हैं। इनमें 9 ब्रांड की गुणवत्ता ठीक नही पाई गई जबकि 5 में मैथेनॉल की अधिकता पाई गई है, जो एक विष का काम करता है। उन्होंने कहा कि फेल ब्रांड सैनेटाइजर का पूरा स्टॉक मार्किट से वापिस लाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों को किसी प्रकार का नुकसान न हो सके।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैथल जिले की दो कम्पनियों के सैम्पल फेल पाए गए। इसी प्रकार करनाल जिले की एक कम्पनी के 9 नमूने फेल मिले, जिनमें शरीर के लिए हानिकारक मैथेनॉल की अधिकता पाई गई। इनके अलावा हिसार जिले से दो ब्रांड भी  गुणवत्तापरक नहीं पाए गए हैं। इनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया गया है और उचित कार्रवाई के लिए नोटिस जारी कर दिया है।

श्री विज ने बताया कि कोरोनाकाल शुरू होते ही बाजार में नकली सैनेटाइजर बिकने की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसके चलते खाद्य एवं औषध प्रशासन को हरियाणा के जिलों में छापेमारी करने के निर्देश दिए गए थे। इससे प्रशासन द्वारा 6 से 8 मार्च तक सभी जिलों में छापेमारी की और 158 सैम्पल एकत्र किए गए। इसी प्रकार 22 मई को भी राज्य के विभिन्न भागों से 90 सैम्पल एकत्र किए गए।

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