एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा ने गांव उज्जल माजरी में ग्रामीणों को कोविड-19 बारे जागरूक किया

प्रशासन द्वारा जागरूकता की दृष्टि से उन गांवों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है जहां पर अभी कोरोना का संक्रमण नहीं पहुंचा है।
हिमाचल सीमा पर स्थित शिवालिक की पहाडिय़ों की तलहटी में बसा गांव उज्जल माजरी प्राकृतिक रूप से भी स्वच्छ एवं पर्यावरण हितैषी है, यहां की जलवायु भी ग्रामीणों के लिए प्राणदायक ऑक्सीजन का काम कर रही है।
अम्बाला/नारायणगढ़, 20 मई,2021 एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा ने आज गांव उज्जल माजरी का दौरा किया और ग्रामीणों को कोविड-19 बारे जागरूक किया। उन्होने ग्रामीणों को सम्बोंधित करते हुए कहा कि कुछ गांवों में कोरोना के संक्रमण के मामले सामने आये है और ऐसे गांवों में सरकार एवं प्रशासन द्वारा जो भी जरूरी कदम है वे उठाये गये है तथा आवश्यक व्यवस्थाएं की गई है।
उन्होंने कहा कि जिन गांवों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले नहीं है। ऐसे गांव सचेत रहे और सावधानी रखें जैसे जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न निकलें। मास्क लगाये, सोशल डिस्टेंसिंग रखें, हाथों को बार-बार साबुन/पानी से धोएं या सेनिटाइजर का प्रयोग करें। खांसी, जुकाम, बुखार आदि लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से परामर्श करें और बीमारी को छुपायें नहीं। जागरूक बनें और सर्तक रहें।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आइसोलेशन सैंटर बनाये गये है। जिन ग्रामीणों के घर में अलग से रहने की व्यवस्था नहीं है और वे कोरोना वायरस से संक्रमित है ऐसे व्यक्ति आइसोलेशन सैंटर में रहे। उन्हें वहां पर दवाईयां, भोजन, पेयजल आदि की सुविधा मिलेगी।
उन्होने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए घर-घर जाकर टीमों द्वारा हर ग्रामीण की स्वास्थ्य सम्बंधी स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने आशा वर्करों के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें कोरोना वॉरियर्स बताते हुए कहा कि कोविड-19 के बारे में लोगों को जागरूक करने और स्वास्थ्य सर्वे के कार्य में भी आशावर्कर का महत्वपूर्ण रोल है।
डीएसपी अनिल कुमार ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गई सावधानियों जैसे मास्क लगाये, दो गज की दूरी, हाथों को नियमित रूप से साबुन/पानी से धोएं या सेनिटाइजर का प्रयोग करने सम्बंधी नियमों पर अमल करें। उन्होंने कहा कि सभी लोग नियमों का पालन कर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करें।
इस अवसर पर गांव के ही वन विभाग से सेवानिवृत रेंजर रणधीर सिंह ने एसडीएम व अन्य अधिकारियों का गांव में पहुंचने पर स्वागत करते हुए कहा कि कोविड-19 के बारें में ग्रामीण जागरूक है। हिमाचल सीमा पर स्थित होने व शिवालिक की पहाडिय़ों की तलहटी में बसा यह गांव प्राकृतिक रूप से भी स्वच्छ एवं पर्यावरण हितैषी है। पहाडिय़ों पर पेड़-पौधों की भरमार होने से यहां की जलवायु भी ग्रामीणों के लिए प्राणदायक ऑक्सीजन का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गांव के मंदिर में लाउडस्पीकर लगा हुआ है जिसकी आवाज आस पास के गांवों में जाती है जिसके माध्यम से वे उन गांवों के लोगों को भी कोविड-19 के बारे में जागरूक करेगें।
गांव के कार्यवाहक निवर्तमान सरपंच जगपाल सिंह ने बताया कि गांव में फिलहाल कोविड-19 का संक्रमण नहीं है और गांववासी मास्क लगाने आदि नियमों का पालन कर रहे है। इस अवसर पर नायब तहसीलदार जितेन्द्र गिल, महिला थाना प्रबंधक सतवीन्द्र कौर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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