किसानों के खाते में 19 हजार करोड़ रूपये की धनराशि हस्तातंरित करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले का जनता ने किया स्वागत:रतनलाल कटारिया

अम्बाला,14 मई,20221 केंद्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया ने दिल्ली में कृषि मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 19 हजार करोड़ रुपए किसानों के खाते में हस्तांतरित करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का आभार व्यक्त किया है। कार्यक्रम उपरांत कटारिया ने कहा यह योजना किसानों के लिए गेम चैंजर साबित हो रही है। यह जानकारी उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
कटारिया ने कहा जब पीएम किसान योजना का सृजन हुआ था उस समय एक अनुमान लगाया गया था कि देश में 14.5 करोड़ किसान होंगे, परंतु लगातार कोशिशों के बावजूद अभी तक 10 करोड़ 75 लाख किसान ही रजिस्टर्ड हो पाए हैं, केंद्र सरकार लगातार इस बात की कोशिश में लगी हुई है, जो बचे हुए लोग हैं वह भी रजिस्टर्ड हो जाएं। पश्चिम बंगाल ऐसा राज्य है जिसने अभी तक इस योजना को लागू नहीं किया है।
राज्यमंत्री ने कहा ग्रामीण अंचल के समग्र विकास के लिए सरकार हमेशा से प्रयत्नशील रही है, 2014 से पूर्व यूपीए सरकार ने 13वे फाइनेंस कमिशन की रिकमेंडेशन पर ढाई लाख पंचायतों को 65,000 करोड रुपए उपलब्ध कराए थे जबकि वर्तमान सरकार ने 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट की रिकमेंडेशन पर 2,36,850 करोड रुपया ग्राम पंचायतों को देना स्वीकार किया है, इसके अतिरिक्त 70 हजार करोड़ रुपया नगर और ग्रामीण क्षेत्र के निकायों के लिए स्वास्थ्य के लिए भी रिकमंड किया है, उसमें से ग्रामीण निकाय के लिए लगभग 43 हजार करोड रुपया व्यय किया जाएगा। किसानों को मालिकाना हक मिले इसके लिए सरकार ने स्वामित्व नामक योजना प्रारंभ की, जिसके अंतर्गत लगभग 1,47,000 लोगों को उनका मालिकाना हक दिया जा चुका है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गांव को शहरों से जोडऩे को महत्व दिया था, ताकि किसान अपने माल को शहर तक आसानी से पहूंचा सके। केन्द्र सरकार ने इसके लिए 80,250 करोड रुपए की लागत से 1,25,000 किलोमीटर सडक बनाने को मंजूरी दी है। कटारिया ने कहा कृषि क्षेत्र में उत्पादन बड़े, उत्पादकता बड़े और किसान की आमदनी दुगनी हो, इसके लिए सरकार भरपूर प्रयास कर रही है द्य जहां किसानों को एमएसपी लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा जोडकर दिया जाना शुरू हुआ है, वहीं खेती के क्षेत्र में आत्मनिर्भर पैकेज के अंतर्गत 1 लाख करोड रुपए का इंफ्रास्ट्रक्चर फंड भी दिया गया है, सिर्फ खेती के लिए ही नहीं, बल्कि मछली पालन के लिए 20 हजार करोड रुपए, पशुपालन के लिए 15 हजार करोड रुपए, हर्बल खेती के लिए 4 हजार करोड रुपए, फुड प्रोसैसिंग के लिए 10 हजार करोड दिए गए हैं।
उन्होंने कहा हम सब जानते हैं कि फल हो, सब्जी हो, यह कुछ फसलें ऐसी हैं जो जल्दी नष्ट हो जाती हैं इनको उपयुक्त बाजार नहीं मिल पाता, कौन सोच सकता था कि रेल से फल और सब्जी जानी शुरू हो जाएगी, भारत में 100 किसान रेल प्रारंभ की गई है, जो एक तरह से चलते फिरते कोल्ड स्टोरेज का काम करती हैं, उनके माध्यम से किसान अपना उत्पादन एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा रहे हैं। कटारिया ने कहा आमतौर पर छोटा व गरीब किसान बुढ़ापे में सहारे के लिए मोहताज रहता है, ऐसे में पीएम किसान पेंशन योजना और पीएम किसान मानधन योजना सरकार द्वारा आरंभ की गई है, अभी तक 60 वर्ष की आयु पार कर चुके 21 लाख किसान इन योजनाओं से जुड़ चुके हैं, इनसे किसानों को 3000 रूपये मासिक पेंशन मिलेगी।
कटारिया ने कहा नरेंद्र मोदी का नेतृत्व पूरी तरह किसानों के प्रति प्रतिबद्ध है, किसानों के प्रति समर्पित है, कृषि सुधार बिल किसानों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने वाले हैं, किसान की आमदनी बढ़ाने वाले हैं और देश आगे बढ़े, गांव आगे बढ़े, किसान आगे बढ़े और देश का गौरव पूरी दुनिया में बुलंद हो इसी उद्देश्य के साथ मोदी सरकार इस देश में काम कर रही है।

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