लोगों की जान बचाने पर हो सबका फोकस
जिला में रेमेडिसीवर की पर्याप्त उपलब्धता
चरखी दादरी, 5 मई उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा है कि आसपास के जिलों में अगर किसी मरीज को रेमेडिसीवर इंजेक्शन की जरूरत है तो उस मरीज के लिए तत्काल दादरी से रेमेडिसीवर इंजेक्शन उपलब्ध करवाकर उसकी जान बचाई जाए। संबंधित जिला में उपलब्धता के बाद इंजेक्शन वापस लिया जा सकता है।
उपायुक्त बुधवार को जिला में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि दादरी जिला में पर्याप्त मात्रा में रेमेडिसीवर के इंजेक्शन उपलब्ध हैं और 200 अतिरिक्त इंजेक्शनों की डिमांड भी भेज दी गई है। ऐसे में अगर आसपास के जिलों में किसी मरीज के लिए रेमेडिसीवर इंजेक्शन की जरूरत सामने आती है तो तुरंत उस मरीज के लिए दादरी के कोटे से इंजेक्शन उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाए ताकि जरूरतमंद मरीज की जान बचाने में सहायता की जा सके। संबंधित जिला में उपलब्ध होने पर इसे वापस लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी सहित सभी का लक्ष्य लोगों की सहायता व जान बचाने का होना चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्र में मिले बीमार को किया जाएगा आईसोलेट
उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन की ओर से ग्राम सचिव, पटवारी और सरपंच व नंबरदार के माध्यम से पूरे जिला का सर्वे करवाया गया है। जिसके अनुसार जिला के ग्रामीण क्षेत्र में 184 लोग बीमार मिले हैं। इन सभी लोगों को प्रशासन आईसोलेट करने जा रहा है। अगर किसी के घर में अलग कमरा व बाथरूम है तो उसे घर पर ही आईसोलेट किया जाएगा। बाकी लोगों के आईसोलेशन की व्यवस्था गांव के किसी सार्वजनिक स्थान पर की जाएगी। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि बीमार लोगों के ब्यौरे के अनुसार पीएचसी से उनकी मैपिंग कर तुरंत उनकी जांच करवाएं और अगर किसी के परेशानी है तो उसे अस्पताल में शिफ्ट किया जाए।
शहर का भी किया जा रहा सर्वे, एकत्र की जाएगी बीमार की जानकारी
उपायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्र की तरह ही शहर में भी सर्वे करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए संबंधित बीएलओ की सेवाएं लेने का निर्णय लिया गया है और एसडीएम डा. विरेन्द्र की देखरेख में कार्य शुरू कर दिया गया है। अगर कोई मरीज स्वयं अपनी जानकारी देना चाहे तो वह भी सोशल मीडिया डीआईपीआरओ के ट्वीटर हैंडल पर उपलब्ध गुगल फार्म भर सकता है। इसके अलावा जिला प्रशासन के संपर्क नम्बर 1950, 1075, 01250222333 पर जानकारी दी जा सकती है।
बीमार पर रखें लगातार नजर, हर रोज अपडेट करें डाटा
उपायुक्त ने कहा है कि सर्वे में सामने आए सभी बीमारों पर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर रखें। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों के माध्यम से भी बिमारों की हालत की जानकारी ली जाए। सर्वे का काम लगातार चलता रहे और सामने आने वाले नए मरीजों का ब्यौरा तुरंत भेजना सुनिश्चित करें। साथ की मरीज के पूरे परिवार की स्वास्थ्य जांच करवाई जाए।
प्राइवेट डाक्टर रखें मरीजों का पूरा ब्यौरा
उपायुक्त ने कहा कि जिला में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बहुत से प्राईवेट डाक्टर काम कर रहे हैं और लोगों का सफल ईलाज भी करते हैं। इस समय बिमारी की सूचना समय पर मिलना बहुत जरूरी है। ऐसे में जिला के विभिन्न स्थानों पर प्रैक्टिस कर रहे सभी प्राईवेट डाक्टर उनके पास आने वाले मरीजों का ब्यौरा जरूर रखें, जिसमें नाम, पिता का नाम, पता और मोबाइल नम्बर आदि जानकारी हो।
बैठक में एसडीएम डा. विरेन्द्र सिंह, नगराधीश अमित मान, सिविल सर्जन डा. सुर्दशन पंवार, सीडीपीओ गीता सहारण और बीडीपीओ सुभाष शर्मा आदि उपस्थित रहे।