चरखी दादरी, 13 मई,2021 अपनी जान को जोखिम में डालकर नगर परिषद के कर्मचारी दिन रात लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। कोरोना के मरीज की मौत होन पर उनका दाह संस्कार करना, सैनेटाजेशन, शहर की सफाई व्यवस्था और डोर टू डोर कूडा़ उठाने जैसे सभी काम ये कर्मचारी निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं।
जी हां, कोरोना की महामारी के बीच अस्पताल, ऑक्सीजन, लॉकडाऊन, बेड, वेंटिलेटर आदि से हटकर नगर परिषद के कर्मचारी खामोशी से अपने कार्य करने में लगे हुए हैं। अलसुबह होते ही दादरी शहर की सड़कों पर कुछ वाहन घूमने शुरू हो जाते हैं, जो लाऊडस्पीकर से लोगों को घर पर ही रहने, मास्क लगाने, दो गज की दूरी का पालन करने तथा कोरोना से बचने के लिए प्रेरित करते हैं। लगभग सभी गली-मौहल्लों से ये वाहन कूड़ा इकट्ठा करके ले जाते हैं। इन्हीं के साथ खाकी वर्दी व लाल जैकेट पहन कर निकले सफाई कर्मचारी शहर की साफ-सफाई करने में जुट जाते हैं। जो बीमारी के संक्रमण को जानते हुए भी अपनी जान को जोखिम में डालकर मुंह पर मास्क लगाकर चुपचाप अपने काम के प्रति तल्लीनता से लगे रहते हैं।
सफाई से लेकर सैनेटाजेशन का काम कर रही परिषद
नगर परिषद सचिव प्रशांत परासर ने बताया कि दादरी नगरपरिषद के 244 में से 210 सफाई कर्मचारी हर रोज शहर के सभी 21 वार्डों व सार्वजनिक स्थानों की सफाई करते हैं। दस कर्मचारी यहां नंदीशाला की देखरेख का काम संभाल रहे हैं। शहर में ई-रिक्शा, ऑटो रीपर, छोटी गाडि़यां व छ: टै्रक्टर सहित 53 वाहन कूड़ा उठाने का काम कर रहे हैं। नगरपरिषद ने अपनी छ: टीमें सैनेटाइजेशन के काम में लगाई हुई है। दमकल विभाग की एक गाड़ी भी मंडियों, बसस्टैंड, बाजारों में सैनेटाइजर का छिड़काव करती है। नगरपरिषद ने 1800-18000-056 एक हैल्पलाईन नंबर आम जनता के लिए जारी किया हुआ है। इस नंबर पर सफाई की समस्या बताए जाने के बाद तीन घंटे में शिकायत का निवारण कर दिया जाता है।
पीपीई किट पहन करते हैं कोरोना के मृत्कों का संस्कार
सबसे मुश्किल काम है पीपीई किट पहनकर भरी गर्मी व तेज धूप में कोरोना के शिकार हुए किसी मृतक का दाह-संस्कार करना। नगरपरिषद के कर्मचारी कोविड की बीमारी से मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार के कार्य को अपना परम कर्तव्य मानकर पूरा कर रहे हैं। नगरपरिषद की दो टीमें दरोगा अरूण कुमार की अगुवाई में कोविड मृतकों का स्थानीय रामबाग में अंतिम संस्कार करती हैं। कोरोना मरीज की घर, अस्पताल या कहीं पर मृत्यु हो जाए तो स्वास्थ्य विभाग मृतक की पार्थिव देह को दाह-संस्कार के लिए एंबुलेंस से दादरी शहर के रामबाग में पहुंचा देता है। यहां परिषद की दो टीम इस काम में लगी हुई है। एक टीम में चालक सिकंदर व विपिन, आकाश, महेंद्र और चंद्रभान है। दूसरी टीम में चालक राजेश व सफाई कर्मचारी सुरेश, भारत, रणजीत तथा हरिचंद शामिल है। ये दोनों टीमें अब तक अस्सी व्यक्तियों को अंतिम संस्कार कर चुकी है। इनमें दादरी के अलावा दूसरे जिलों से आए मरीज भी शामिल थे, जिनको बचाया नहीं जा सका।
नगर परिषद कर्मचारी हैं कोरोना वारियर्स
उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि इस समय नगरपरिषद के कर्मचारी जो दायित्व निभा रहे हैं, उसके लिए उनकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। पगर परिषद कर्मचारी असल में कोरोना वारियर्स हैं। लोगों की सेवा में लगे इन कर्मचारियों की बदौलत संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। अगर कोरोना मृत्कों का अंति संस्कार संबंधित परिवार के माध्मय से होने लग जाए तो संक्रमण फैलने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। सफाई ना होने से भी बिमारी फैलने का खतरा रहता है। सभी लोगों को इन कर्मचारियों का धन्यवाद करना चाहिए।