जिलाधीश डॉ. प्रियंका सोनी ने उपचार तथा ऑक्सिजन प्रबंधन की कमान संभाल रहे आईएएस तथा एचसीएस अधिकारियों की बैठक ली।

हिसार 6 मई
नई रणनीति के तहत आगामी कार्ययोजना को लेकर दिए दिशा-निर्देश।
हांसी के नागरिक अस्पताल में भी ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित होगा
जिलाधीश डॉ. प्रियंका सोनी ने जि़ले के विभिन्न अस्पतालों में उपचार तथा ऑक्सिजन प्रबंधन की कमान संभाल रहे आईएएस तथा एचसीएस अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, प्रशिक्षिणाधिन आईएएस अंकिता चौधरी व पंकज, एसडीएम डॉ जितेंद्र अहलावत, जगदीप सिंह, राजेन्द्र कुमार, विकास यादव, एचसीएस सुरेश व अजय तथा सीटीएम मोहित से मौजूदा हालात की समीक्षा की और नई रणनीति के तहत आगामी कार्ययोजना को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि अस्पतालों के लिए ऑक्सिजन को लेकर हेल्पलाइन जारी की गई है। यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले में कोरोना के उपचार के लिए अधिसूचित अस्पताल संचालक ऑक्सीजन का प्रबंधन बेहतर तरीके से करें। इस संबंध में ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर रोस्टर तथा समय सारणी बनाई गई है। इस रोस्टर के अनुरूप सभी अस्पताल संचालक ऑक्सीजन की आपूर्ति लेना सूनिश्चित करें। प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन मांग व आपूर्ति के संबंध में सभी प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए प्लांट में एक एचसीएस तथा एचपीएस अधिकारी की दिन व रात्रि के समय डयूटी लगाई गई है। अस्पतालों के लिए नियुक्त अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि अस्पतालों द्वारा निर्धारित समय पर ऑक्सीजन ली जाए। उन्होंने कहा कि हांसी के नागरिक अस्पताल में भी ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित किया जाना है। इस दिशा में हांसी के एसडीएम डॉ जितेंद्र अहलावत आगामी कार्यवाही को सुनिश्चित करें। इसी प्रकार से सभी अधिकारी स्वयं दवाओं, ऑक्सीजन, बैड प्रबंधन व डिस्चार्ज पॉलिसी जैसी जिम्मेवारी संभालें। अस्पतालों में बेड की उपलब्धता व उपचार दरों के बोर्ड लगे हों। यदि किसी मरीज को इस सम्बंध में कोई शिकायत है तो उसका निवारण किया जाए। इसको लेकर अस्पतालों में नियमित रूप से विजि़ट किये जाएं। सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में लगाए गए इंसिडेंट कमांडर्स को उनकी ड्यूटी को लेकर निर्देश दें कि वे लॉकडाउन की उल्लंघना पर जरूरी एक्शन लें। उपायुक्त ने कहा कि सभी अस्पताल संचालक को सरकार तथा प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों की हर हाल में अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। ऐसे सभी कदम उठाए जाएं जिससे रेमेडिसिवर जैसी दवाओं, निर्धारित दरों पर उपचार व बैड की उपलब्धता को लेकर पारदर्शिता रहे। यदि अस्पताल का प्रबंधन बेहतर होगा तो मरीजों का उपचार भी सही होगा। यदि किसी भी अस्पताल में गलत प्रेक्टिस का मामला आए तो नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
इसके साथ साथ ही उन्होंने लॉकडाउन के दौरान जारी की जाने वाली अनुमतियों को लेकर भी सभी एसडीएम को जरूरी निर्देश दिए। लॉकडाउन के दौरान अनुमतियां सरल प्लेटफार्म के माध्यम से दी जाएंगी।

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