जिला में पॉजिटिविटी दर में 50 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है- उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार

कोविड से होने वाली मृत्यु दर में भी कमी हुई है
रिकवरी रेट बढक़र 89 प्रतिशत से अधिक हुआ है
प्रशासन द्वारा कोविड-19 संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किये गये है
विभिन्न निगरानी समितियां गठित की गई है
संक्रमण वाले गांवों में स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों की टीमें लोगों को कर रही है जागरूक
गांव को सेनिटाइज करवाया जा रहा है
रोहतक, 7 मई,2021  उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि जिला में कोविड-19 पॉजिटिविटी दर तथा कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु की दर में 50 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। उन्होंने जिलावासियों को आह्वïान किया है कि वे कोविड-19 संक्रमण से बचाव क लिए शीध्र ही संभल जाये तथा हिदायतों का स्वैच्छा से पालन करे।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किये गये है तथा निरंतर इन प्रबंधों की समीक्षा की जा रही है। लोगों को कोरोना उचित व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में भी टैस्टिंग के साथ-साथ लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है। संक्रमण से संबंधित गांव में सेनेटाइजेशन का छिडक़ाव करवाया जा रहा है तथा टीकाकरण भी जारी है। जिला प्रशासन की टीम के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी इन गांव में लगातार लोगों को जागरूक कर रही है तथा उन्हें दवाईयां भी वितरित की जा रही है। लोगों को टैस्टिंग व टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिला में पीजीआईएमएस व सिविल अस्पताल सहित 13 कोविड केयर अस्पताल है। गत 6 मई को कोविड से 195 मरीज ठीक हुए तथा प्रतिदिन संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या बढ़ रही है। पुलिस द्वारा 6 मई को 211 चालान किये गये तथा जिला में लोकडाउन को सख्ती से लागू किया जा रहा है।
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार स्थानीय कैंप कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला में कोविड-19 संक्रमण काबू में है। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से कोविड डे-केयर सेंटर भी शुरू किये गये है। समाज के हर वर्ग का प्रशासन को पूर्ण सहयोग मिल रहा है तथा यह सहयोग इस महामारी को हराने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिला में वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण का पॉजिटिविटी रेट लगभग 11 प्रतिशत है, जो अप्रैल माह में 20 से 22 प्रतिशत था। जिला में कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की संख्या में भी कमी आई है। अब 21 से 23 मृत्यु दर्ज की जा रही है, जबकि गत माह यह आकड़ा 49 तक पहुंच गया था। जिला में रिकवरी रेट 89 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण करवाने वाले व्यक्तियों में गंभीर संक्रमण की रिपोर्ट नहीं है तथा संक्रमण के तुरंत बाद डॉक्टरों के परामर्श से इलाज शुरू करने वाले व्यक्ति भी शीघ्र स्वस्थ हो रहे है। जिला प्रशासन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। कम लक्षणों वाले मरीज इन केंद्रों तथा कोविड डे-केयर सेंटरों पर जाकर इलाज करवा सकते है। जिला प्रशासन द्वारा टेलीमेडिशन परामर्श सेवा भी शुरू की गई है तथा शीघ्र ही विशेषज्ञ डॉक्टरों के पैनल तैयार किये जायेंगे, जो रेडियो, टेलीविजन व समाचार पत्रों के कार्यालयों के माध्यम से लोगों के सवालों के जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित होने पर 200 बेड और बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे है। मरीजों के मनोबल को बढ़ाने के लिए टेलीमेडिशन परामर्श सेवा के तहत ही डॉक्टर इलाज के साथ-साथ इनका मनोबल बढ़ाने के लिए भी परामर्श देेंगे।
कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न निगरानी समितियों का गठन किया गया है। कोविड-19 से संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुरेश कुमार (99962-44566) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा जिला राजस्व अधिकारी पूनम बब्बर (99106-70867) भी इस कार्य में मदद करेगी। प्रशासन द्वारा खाद्ïय पदार्थों, एम्बुलेंस, अस्पतालों आदि की रेट निर्धारित किये गये है। निर्धारित किये गये रेट से ज्यादा वसूलने वाले व्यक्तियों के विरुद्घ सख्त कार्रवाई की जायेगी। जिला प्रशासन द्वारा दवाईयों, ऑक्सीजन एवं अन्य वस्तुओं की कालाबाजारी पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया गया है तथा निगरानी के लिए समिति गठित की गई है। ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई एवं वितरण की निगरानी के लिए भी समिति गठित की गई है। जिला में लगभग 90 प्रतिशत लोग मास्क का प्रयोग कर रहे है तथा मास्क न पहनने वालों के चालान भी किये जा रहे है।
उन्होंने बताया कि जिला के 13 ऐसे गांव की पहचान की गई है जहां पर गतमाह की तुलना में मृत्यु के आकड़े बढ़े है। जिला प्रशासन द्वारा टिटौली, घिलौड़, मोखरा, मदीना, खरकड़ा, ईस्माइला आदि गांव में पूर्ण निगरानी की जा रही है। संबंधित गांव में कंटेनमेंट जोन घोषित किये गये है तथा गांव को नियमित रूप से सेनिटाइज करवाया जा रहा है। कोविड-19 संक्रमण के लक्षण नजर आने पर संबंधित व्यक्तियों की जांच की जा रही है तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दवाईयां भी उपलब्ध करवाई जा रही है। गांवों में ठिकरी पहरा के आदेश जारी किये गये है तथा ग्रामीणों को बिना कार्य घरों से बाहर न निकलने तथा मास्क का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। गांव स्तर पर जन जागरण समितियां भी गठित की गई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आयुष विभाग को घरों में आईसोलेट हुए मरीजों को आयुष काढ़ा व अन्य दवाईयां वितरित करने के लिए नियुक्त किया है तथा जिला में कार्यरत 770 आशा कार्यकर्ताओं को भी आयुष विभाग के साथ जोड़ा गया है।

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