जिले के सरकारी स्कूलों द्वारा विश्व वातावरण दिवस मौके आनलाइन समागमों के माध्यम से वातावरण की संभाल का दिया गया संदेश।

शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को जिम्मेदार नागरिक के तौर पर तैयार करना : ज़िला अधिकारी
आनलाइन ढंग के साथ विद्यार्थियों ने वातावरण की संभाल के बारे किया जागरूक।
पठानकोट, 5 जून 2021 जिले के सरकारी स्कूलों की तरफ से 5 जून को विश्व वातावरण दिवस के अवसर पर आनलाइन गतिविधियों से विद्यार्थियों को वातावरण के बारे सुचेत करते हुए वातावरण की संभाल के लिए जागरूक किया। जसवंत सिंह जिला शिक्षा अफसर सेकंडरी, बलदेव राज जिला शिक्षा अफसर एलिमेंट्री, राजेश्वर सलारीया उप जिला शिक्षा अफसर सेकंडरी और रमेश लाल ठाकुर उप जिला शिक्षा अफसर एलिमेंट्री ने कहा कि शिक्षा का मनोरथ सिर्फ़ विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान देने के साथ ही पूरा नहीं हो जाता, बल्कि शिक्षा का मनोरथ तो विद्यार्थियों को जिम्मेदार नागरिक के तौर पर तैयार करना है। इसी लिए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को समय समय पर सह – शैक्षणिक गतिविधियों से समाज को पेश आ रही समस्याओं और चुनौतियों के बारे जागरूक किया जाता है।
शिक्षा आधिकारियों ने बताया कि वातावरण की संभाल के प्रति जागरूकता पैदा करने के मनोरथ के साथ 5 जून को विश्व भर में मनाए जाने वाले “विश्व वातावरण दिवस मौके जिले के सरकारी प्राइमरी, मिडल, हाई और सीनियर सेकंडरी स्कूलों की तरफ से आनलाइन तरीके चार्ट मेकिंग, भाषण मुकाबले,सलोगन लिखने, वृक्ष लगाने और वृक्षों की संभाल गतिविधियों से विद्यार्थियों को वातावरण की संभाल के बारे जागरूक किया गया। इस मौके अध्यापकों की तरफ से विद्यार्थियों को वातावरण में पैदा हो रहे असंतुलन, असंतुलन के लिए ज़िम्मेदार कारण और इस असंतुलन के साथ मानवीय सेहत पर पड़ रहे प्रभावों के बारे जानकारी देते वातावरण की संभाल में अपना अपना योगदान डालने के लिए प्रेरित किया गया।
बलकार अत्तरी जिला कोआर्डिनेटर मीडिया सेल ने बताया कि आनलाइन तरीके मनाए गए विश्व वातावरण दिवस समागम में विद्यार्थियों की तरफ से उत्साह के साथ शिरकत की गई। विद्यार्थियों की तरफ से वातावरण असंतुलन के लिए जिम्मेदार गतिविधियों को चार्ट मेकिंग के द्वारा दिखाते वातावरण में असंतुलन पैदा करने वाली गतिविधियों को रोकने के बारे भी आकर्षक अपीले की गई। इस मौके विद्यार्थियों की तरफ से वातावरण की संभाल में वृक्षों के योगदान की बात करते नए वृक्ष लगाने साथ साथ पुराने वृक्षों की संभाल के बारे भी गतिविधियों की गई।

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