बिलासपुर 7 मई – मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ0 प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हए बताया कि टी.बी. एक संक्रामक रोग है तथा यह माईकोवैकटीरीयम टयूबरक्ूलोसीस नामक जीवाणु से संक्रमित व्यक्ति के खांसने व छींकने से हवा द्वारा फैलता है। कुपोषित व्यक्तियों में इसके फैलने की सम्भावना अधिक होती है। इससे बचने लिए खांसने व छींकती बार मुंह को कपडे या रूमाल टिशु पेपर से अवश्य ढकें, इधर-उधर न थूकें, अपने बच्चे को बी.सी.जी. का टीका अवश्य लगवाएं, साफ सफाई का विशेष ध्यान दें। शीघ्र निदान और इलाज होने पर यह रोग जल्दी ठीक हो जाता है। इसके लिए रोगी को चिकित्सक के परामर्शानुसार डाटस का पूरा कोर्स करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जिला के पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को इस रोग के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि 2023 तक टीबी उन्मुलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। राज्य सरकार ने टीबी को खत्म करने के लिए कई प्रकार के कदम उठाए हैं जैसे कि नैदानिक नैटवर्क का विस्तार, फ्रंटलाईन प्रतिक्रिया, उपचार का पालन, सामुदायिक भागीदारी तथा समय-समय पर विभिन्न प्रकार के विशेष टीबी उन्मुलन जागरूकता अभियान व र्कायक्रम चलाए जाते हैं। इसी कडी में हर वर्ष 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2020 में 713 टीबी के मरीजों को साधारण टीबी की दवाई के लिए पंजीकृत किया है, 29 को अभी तक दवा प्रतिरोधक टीबी के लिए पंजीकृत किया गया है और इन सबका मुफ्त इलाज किया गया।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने टीबी रोगियों की सहायता के लिए निक्षय पोषण योजना आरम्भ की गई है जिसके तहत प्रत्येक टीवी रोगी को पोषण हेतु प्रतिमाह 500 रुपये दिए जा रहे हैं। जनवरी 2021 से अप्रैल 2021 तक इस योजना के तहत 654 रोगियों को 8 लाख 70 हजार 500 रुपये का भुगतान किया गया है। इस के अतिरिक्त डीआरटीबी के मरीजों को 1500 रुपये प्रतिमाह के हिसाव से राशि पोषण आहार के लिए वितरित की जा रही है और वर्तमान में भी ये लाभ दिए जा रहे है।
उन्होंने आगे बताया कि जिला में बलगम के नमूनों की जांच 15 स्वास्थ्य केद्रों में मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है। रिजनल आयुर्वेदिक अस्पताल बिलासपुर और आयुर्वेदिक अस्पताल कंदरौर में नये बलगम के जांच केेंद्र बनाए गए हैं और कोई भी आदमी अपने बलगम की जांच करा सकता है। उन्होंने बताया कि इन सैंटरों में अत्याधुनिक तकनीक वाले माइक्रोस्कोप स्थापित किए गए हैं। उन्होंने आम जनता से अनुरोध किया है कि प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए सहयोग करें, अगर किसी भी व्यक्ति को दो सप्ताह या इससे अधिक दिन की खांसी हो, हल्का बुखार, भूख कम होना और बजन कम हो तथा बलगम में खून आए तो तुरन्त नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच अवश्य करवाएं और मुफ्त इलाज पाएं तथा अपने-आप को स्वस्थ बनाएं।