थैलेसीमिया जैसी घातक बीमारी से जागरूक रहकर बचा जा सकता है – श्रम राज्य मंत्री

जयपुर, 5 सितम्बर। श्रम राज्य मंत्री श्री टीकाराम जूली ने कहा कि राज्य सरकार की चिकित्सा व्यवस्थाओं को मजबूत करना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया जैसी घातक बीमारी से जागरूक रहकर बचा जा सकता है
श्रम राज्य मंत्री श्री जूली रविवार को अलवर के नंगली सर्किल स्थित महावर धर्मशाला में दक्ष वेलफेयर सोसायटी और ग्लोबल इंटीग्रेटेड फाउन्डेशन और थैलेसीमिया के संयु€त तत्वावधान में आयोजित थैलेसीमिया जागरूकता एवं थैलेसीमिया रोगियों के लिए नि:शुल्क जांच शिविर का उद्घाटन कर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ करने में कोई कमी नहीं रखी है। राज्य का कोरोना प्रबंधन बेहतरीन रहा है। साथ ही संभावित तीसरी की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को चिरंजीवी योजना के माध्यम से पांच लाख रूपये तक का कैशलेस इलाज प्रदान करने का कार्य देश में केवल राजस्थान में ही हुआ है।
उन्होंने कहा कि सरकार चिकित्सा व्यवस्थाओं को बेहतर बना रही है साथ ही प्रत्येक व्य€ित स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर समय-समय पर जांच कराए। उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया बीमारी लाइलाज नहीं है जागरूक रह कर इस बीमारी को रोका जा सकता है।
Žलड कम्पोनेंट सेपरेशन मशीन देने की घोषणा
श्रम राज्य मंत्री ने कहा कि 30 लाख रूपये की लागत की आधुनिकतम Žलड कम्पोनेंट सेपरेशन मशीन सामान्य चिकित्सालय को उपलŽध कराई जाएगी। उन्होंने इस संदर्भ में सीएमएचओ को खरीद प्रक्रिया प्रारम्भ करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर थैलेसीमिया विशेषज्ञ डॉ. विकास दुवा एवं डॉ. अरूण ने थैलेसिमिया रोग के कारण, उससे बचाव एवं उपचार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि थैलेसिमिया की रोकथाम के लिए विवाह से पूर्व युगल को एचपीसीएल जांच करानी चाहिए। ग्लोबल इंटीग्रेट फाउन्डेशन के संस्थापक श्री मदन चावला ने आगन्तुकों का आभार जताया।
इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महेश बैरवा, श्री नरेन्द्र मीना, श्री शादी खान, श्री राकेश बैरवा, श्री राजसिंह यादव, श्री सुनील पाटोदिया सहित अनेक प्रबुद्घ व्य€ित भी उपस्थित रहे।