कहा कि सिद्धू ने दागी विधायक मदन लाल जलालपुर का खुलकर समर्थन कर अपना असली चेहरा उजागर किया: डाॅ. दलजीत सिंह चीमा
चंडीगढ़/05अगस्त 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू दागी कांग्रेस विधायक मदन लाल जलालपुर का घनौर हलके के सौ से अधिक गांवों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सरेआम बगावत के बावजूद उसे पूरा समर्थन देकर , राज्य में रेत और शराब माफिया के सबसे बड़े हिमायती बन गए हैं।
नवजोत सिद्धू का असली चेहरा उजागर हो गया है, कहते हुए शिरोमणी अकाली दल के प्रवक्ता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह वही सिद्धू हैं जिन्होेने पहले रेत तथा शराब माफिया का विरोध कर बयान जारी किया करते थे, अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने के बावजदू भी उनका खुलकर समर्थन कर रहे हैं।
घनौर के सौ गांवों के सरपंचों, ब्लाॅक समिति तथा जिला परिषद सदस्यों द्वारा कांग्रेस के विधायक को पार्टी का टिकट आवंटित न करने का आग्रह करते हुए अकाली नेता ने कहा कि ‘‘ यदि सिद्धू जलालपुर की ईमानदारी को लेकर इतना ही आश्वस्त हैं तो उन्हे बताना चाहिए कि उन्होने अपनी ही पार्टी के लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है, जो अपने ही विधायक पर अवैध रेत और शराब माफिया चलाने का आरोप लगा रहे हैं’’।
डाॅ. चीमा ने कहा कि जबकि सच इसके विपरीत है, मदन लाल जलालपुर, हरदयाल कंबोज, गुरकीरत सिंह कोटली, दर्शन बराड़ तथा कुलबीर जीरा अब सिद्धू के सबसे बड़े समर्थक हैं। ‘‘ जिस तत्परता से सरेआम वे सिद्धू को सरंक्षण दे रहे हैं, उससे साबित होता है कि वह प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले माफिया का विरोध कर पंजाबियों को मूर्ख बना रहे थे’’।
सिद्धू से यह कहते हुए कि वह अकाली दल पर विश्वास न करे , लेकिन जलालपुर की गतिविधियों के बारे में पटियाला पुलिस के रिकाॅर्ड खंगाले, कहते हुए डाॅ. चीमा ने कहा कि घनौर का अवैध शराब के कारखाने की जब्ती हुई जो कि जलालपुर के एक करीबी विश्वासपात्र चला रहा था, जिससे कुछ महीनों में ही 100 करोड़ रूपये का व्यापार किया था। ‘‘ पटियाला पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट ने मीडिया को इंटरव्यू दिए कि आरोपी इलाके के कांग्रेसी राजनेताओं के साथ मिलीभगत कर डिस्टलरी चला रहा था। उन्होने कहा कि यह चैंकाने वाली बात है कि इस सबूत के साथ साथ इस मामले में खुलेआम जलालपुर का नाम ले रहे क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रमाण के बावजूद सिद्धू अभी भी उनका विधायक का बचाव कर रहे हैं।
डाॅ. चीमा ने कहा कि सिर्फ इतना ही नही, खनन विभाग के जनरल मैनेजर टी.एस सेखों पर हमले का आरोप भी जलालपुर पर ही लगा था। उन्होने कहा कि अवैध खनन में लिप्त एक ट्रक को रोकने की कोशिश के बाद खनन अधिकारी को बंदी बनाकर रखा गया और घनौर में एक पुलिस स्टेशन में पीटा गया था। ‘‘ अधिकारी ने यहां तक बयान दिया था कि यह सब जलालपुर के इशारे पर किया जा रहा है। यह सब रिकाॅर्ड में मौजूद है’’।
अकाली नेता ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा कि वह इस बात का ख्ुालासा करे कि वह रेत और शराब