करनाल 14 मई,2021 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सेवा भारती की ओर से दो सप्ताह पहले शुरू की गई कोरोना केयर एंड हेल्प डेस्क कोरोना मरीजों के लिए मददगार साबित हो रही है। विशेषकर उन मरीजों के लिए जो कोरोना पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेट हैं। ऐसे मरीजों को आयुष चिकित्सक फोन पर ही चिकित्सीय परामर्श देकर उनका मार्गदर्शन के साथ ही हौसला बढ़ाने में भी सहयोग कर रहे हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए मरीजों को घरेलू नुस्खे भी बताए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सेवा भारती राहत कार्यों के प्रमुख कपिल अत्रेजा ने बताया कि इस सुविधा को शुरू कर संस्था ने उन लोगों को नया जीवन दिया है, जिन्हें बीमारी के हल्के लक्षण हैं अथवा वह कोरोना के डर से डिप्रेशन में आ गया है । उन्होंने बताया कि यह सेवा1मई से शुरू हुई, लेकिन दो ही सप्ताह में 2200 से अधिक मरीजों को इसका फायदा मिला है। इनमें से अधिकांश मरीज ऐसे हैं जो कोरोना से संक्रमित होने के बाद घर पर आइसोलेट होकर अपना इलाज ले रहें हैं।
मेडिकल काउंसलिंग टीम के प्रमुख, भारतीय चिकित्सा परिषद, हरियाणा के सदस्य और प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक डॉ मनोज विरमानी ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सेवा भारती संस्था ने अपने स्तर पर करनाल जिले के कोरोनाग्रस्त डिप्रेशन में आये लोगों को फोन पर मरीजों की समस्याएं सुनकर दवाइयों का परामर्श करने के लिए सुबह 8 से रात 10 बजे तक का समय निर्धारित किया है। इस अवधि में कोई भी सार्वजनिक किए नंबरों पर फोन कॉल करके कोरोना सम्बंधित जानकारी ले सकता है। अगर फोन करने वाले मरीज के हाथ में स्मार्ट फोन है तो डा. दवा की पर्ची और उस पर जांच एडवाइज भी करेगा। जांच के बाद मरीज अपनी रिपोर्ट भी डाक्टर के मोबाइल पर भेज सकेगा, इसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो व्यक्ति को दाखिल होने की सलाह दी जाती है।
यहां बता दें कि हेल्प डेस्क में कोरोनाग्रस्त व्यक्ति भी सलाह ले रहें है तथा सामान्य स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों की भी इस डेस्क के जरिए सलाह दी जा रही है। हेल्प डेस्क का फायदा शहर के विभिन्न क्षेत्रों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी उठा रहे हैं।
तीन टीमें बढ़ा रही मरीजों का हौसला
इस कार्य मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सेवा भारती की तीन टीमें मरीजों के मन से कोरोना का डर दूर कर उनका आत्मविश्वाश बढ़ा रही हैं। एक टीम उन लोगों की है जिसमे मेडिकल एक्सपर्ट शामिल हैं, इस टीम का नेतृत्व मेडिकल फिजिशियन डॉ तीर्थांकर कर रहे हैं। इस टीम के डॉक्टर कोरोना की बीमारी के बारे में, इसके क्या लक्षण है और यह कैसे फैलता है, इससे निजात पाने के लिए हमें क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए तथा इसका इलाज व उपचार और रोकथाम क्या है, तनाव व क्रोध व्यवहार में व्यक्तिगत परामर्श आदि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर काउंसलिंग करती है।
जबकि दूसरी टीम में डॉ मनोज विरमानी और डॉ राजेश आनंद सहित 7 सदस्य हैं। डॉ. मनोज विरमानी ने बताया कि अधिकांश मरीज जुकाम, पेट में आफरा, खांसी आदि की शिकायत कर रहे हैं। जिन मरीजों को आइसोलेट हुए 14 दिन पूरे हो गए, ऐसे मरीज अपने शरीर को स्वस्थ रखने और कमजोरी दूर करने के लिए परामर्श मांग रहे हैं। अधिकांश मरीजों को घरेलू नुस्खे ही बताए जा रहे हैं।
तीसरी टीम में डॉ प्रमोद कुमार व धनेश कुमार सहित 27 स्वयंसेवक हैं जो मरीजों अथवा उनके परिजनों का मनोबल बढ़ाने और उनकी व्यक्तिगत समस्या को लेकर उनसे संवाद करती है। अगर किसी मरीज को भोजन आदि की आवश्यकता होती है तो ये टीम उनके घर तक भोजन पहुंचाने का भी काम करती है। टीम की इस आत्मीयता और सहयोग से न केवल मरीज के साथ साथ उसके परिवार का हौसला बढ़ता है अपितु ऐसे मुश्किल समय में उन्हें अपनो की कमी भी महसूस नही होती।