महामारी के दौरान जनता तक पहुंचने और वर्तमान संकट को दूर करने के लिए हालसा के प्रशासनिक भवन से ’’ऑक्सीजन ऑन व्हील्स’’ का उदघाटन किया: न्यायमूर्ति राजन गुप्ता

अम्बाला, 16 मई ,2021
हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने रोटरी मिडटाउन चण्डीगढ़ और बडी कैब्स के सहयोग से जरूरतमंद व्यक्तियों को आवश्यक राहत प्रदान करने के उद्देश्य से इस परियोजना की शुरूआत की है।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति ने अपनी लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से मीडिया को संबोधित करते हुए समाज के सभी वर्गों से कोविड राहत कार्य में अपनी क्षमता के अनुसार अधिकतम योगदान देने का आह्वान किया। कोविड-19 महामारी ने हमारे जीवन को इस तरह से प्रभावित किया है जो हमारी पीढ़ी के लिए अज्ञात है। कोविड-19 की दूसरी लहर के आने से नागरिकों के जीवन की हानि और दुखों का विस्तार असहनीय एवं परेशान करने वाला हैं। हालॉंकि, कोविड-19 को भी हराया जा सकता है यदि हम सब संयुक्त रूप से कार्य करें और संयुक्त लड़ाई लडक़र एवं प्रभावी रणनीति बनाकर चुनौतियों का सामना करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि कॉर्पोरेट क्षेत्रों को कोविड राहत कार्यों के लिए कोरपोरेट सोशल रिस्पोंसबिल्टी (सीएसआर) फंडस का उदारतापूर्वक उपयोग करना चाहिए। रोटरी क्लब और ऐसे अन्य गैर सरकारी संगठनों और उनके सदस्यों को संकट के इस समय में समाज का समर्थन करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि वे इस महामारी को हराने के लिए डॉक्टर की सलाह के तहत कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करें और अपनी चिकित्सा शर्तों के अधीन टीकाकरण के लिए जाएं।
26 मार्च, 2021 को न्यायमूर्ति राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय तथा कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने हरियाणा राज्य भर में नागरिकों के बीच मास्क शिष्टाचार विकसित करने, मास्क पहनने, हाथों की सफाई आदि स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के उचित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक कोविड जागरूकता परियोजना ’’मत जा नजदीक, खुद को रखे ठीक, उनपे रहे आँख, ढके ना जो मुँह और नाक’’ की शुरूआत की थी। हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए रोटरी मिडटाउन चण्डीगढ़ और बडी कैब्स के सहयोग से ’’ऑक्सीजन ऑफ व्हील्स’’ परियोजना शुरू की ताकि ऑक्सीजन की सख्त जरूरत वाले कोविड रोगी की मदद की जा सके।
किसी मरीज को उचित इलाज मिलने से पहले यह परियोजना फस्र्ट माइल कनेक्टिविटी देगी। इस परियोजना के तहत, सभी कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ, ऑक्सीजन सिलेण्डर युक्त कैब कोविड रोगियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष रूप से उन्हें ऑक्सीजन बैकअप के साथ अस्पतालों में परिवहन करके या उनके दरवाजे तक ऑक्सीजन प्रदान करने हेतु ट्राईसिटी में चलेंगी। ये कैब उन अस्पतालों की भी मदद करेंगी, जहां मरीजों को लेने और छोडऩे मेंं भारी परेशानी आ रही हैं और कम आपातकालीन वाहन हैं। इन कैब के ड्राईवरों को विनम्र होने के लिए प्रशिक्षित किया गया है और परिवहन या डोर स्टेप की सेवा के दौरान जरूरतमंद मरीजों को तत्काल ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। ट्राईसिटी के निवासियों के लिए ये सेवाएं नि:शुल्क हैं।
न्यायमूर्ति ने टीकाकरण को बढ़ाने और सभी उपयुक्त साधनों का उपयोग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जिसमें ड्राईव इन वैक्सीनेशन कार्यक्रम शामिल है, जिसमें चिकित्सा कर्मचारियों के साथ-साथ टीकाकरण का विकल्प चुनने वाले व्यक्ति के सम्पर्क में आए बिना टीकाकरण की सुविधा है। यह ड्राईव इन वैक्सीनेशन कार्यक्रम उन सभी नागरिकों की मदद करेगा जो संक्रमण होने के कारणों के लिए अस्पतालों का दौरा करने से डरते है। यह अभियान स्वैच्छिक आधार पर होगा।
विधिक सेवा प्राधिकरण कोविड के बारें में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ पीडि़तों को कोविड राहत प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। विधिक सेवा प्राधिकरण उचित कानूनी सेवाएं और साथ ही कानूनी सेवाओं के माध्यम से आपदाओं के शिकार लोगों को कानूनी सेवाएं, नालसा योजना का क्रियान्वयन एवं प्रसार कर रहे हैं। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान, विधिक सेवा प्राधिकरणों ने समाज के किसी भी वर्ग को अछूता नहीं छोड़ा है और कोविड-19 के दौरान हर सम्भव सहायता प्रदान की है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के माध्यम से हालसा ने जिला प्रशासन और गैर सरकारी संगठनों के समन्वय से पारगमन और भोजन के सम्बन्ध में 3,50,000 प्रवासियों को सहायता प्रदान की, कोविड के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 4000 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें 4,40,000 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया, 2,00,000 मास्क और सैनिटाईजर वितरित किए गए, 2700 को चिकित्सा सहायता प्रदान की गयी, 20,000 से अधिक सैनेटरी नैपकिन वितरित किए गए, 8121 को आश्रय रूपी सहायता प्रदान की गई, 20,103 को गृह राज्यों या गृह जिलों की यात्रा के संबंध में सहायता प्रदान की गयी, 1100 फंसें मजदूरों को आवाजाही पास के लिए सहायता प्रदान की गयी।
इस कार्यक्रम में दीपक गुप्ता, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, पंचकुला, प्रमोद गोयल, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री मुकेश कुमार आहुजा, उपायुक्त, पंचकुला, मोहित हांडा, पुलिस उपायुक्त, पंचकुला, सलिल बाली, पूर्व अध्यक्ष, रोटरी क्लब मिडटाउन, चण्डीगढ़, रोटरियंन्स उपस्थित रहे। इसके अलावा वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रटस/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पैनल अधिवक्तागण, पैरा लीगल वॉलिन्टियर्स, गैर सरकारी संगठन एवं स्वयंसेवक भी लाइव उपस्थित हुए।

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