चंडीगढ़, अक्टूबर 16, 2024
केंद्र सरकार द्वारा पिछले वर्ष का चावल नहीं उठाए जाने के कारण पंजाब के राइस शेलरों के गोडाउन में जगह नहीं है और इसलिए मंडियों में आए धान की खरीद नहीं हो पा रही, यह सरा–सर झूठ है, हकीकत से परे है और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार झूठ बोल कर पंजाबियों को गुमराह कर रही है । यह कहना है पंजाब भाजपा के महामंत्री अनिल सरीन का जो की आज पंजाब भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह नेनेवाल, प्रदेश प्रवक्ता चेतन मोहन जोशी व प्रदेश मीडिया प्रमुख विनीत जोशी के साथ पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे ।
गुमराह कैसे कर रहे हैं इसका पहला तथ्य यह है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्र मंत्री प्रहलाद जोशी के साथ मीटिंग में यह कह कर आए हैं कि उनके पास पंजाब में लगभग 3 लाख 80 हज़ार मीट्रिक टन धान रखने की जगह है और पंजाब में मान बोलते हैं की जगह नहीं।
दूसरी तथ्य यह है कि जिस गोदाम को केंद्र सरकार से खाली करवाने की पंजाब सरकार बात कर रही उसमे तो धान की मिलिंग के बाद बनने वाले चावल को रखा जाता है नाकी धान को ।
वैसे भी राइस मिलों में धान रखने की बात तो तब आती है जब राइस मिलों के साथ पंजाब सरकार का धान की मिलिंग कोई अग्रीमेंट होगा, जोकी अब तक हुआ नहीं । जब पंजाब सरकार का कोई अग्रीमेंट ही नहीं हुआ तो वहाँ जगह है की नहीं इस बात का कोई महत्व नहीं । तो फिर भगवंत मान बार बार राइस मिलों में जगह नहीं कह कर क्यूँ गुमराह कर रहे हैं ।
केंद्र की भाजपा सरकार ने 41339.81 करोड़ धान की खरीद के लिए सितमबर में भेज दिए हैं, पंजाब सरकार के पास पैसे पहुँच चुके हैं पर खरीद हेतु जो तयारी पंजाब की आप सरकार को करनी थी वो तो पूरी नहीं की और इल्जाम केंद्र की भाजपा सरकार पर लगा रही है ।
पंजाब सरकार जवाब दे कि धान की खरीद के बाद उसे भर के ले जाने के लिए क्या प्रयाप्त बारदाना / बोरियाँ खरीद ली हैं ? अगर हाँ तो उसकी खरीद के टेन्डर व उसके बाद रसीद की कॉपियाँ जारी करे । बोरियों में भरे धान की स्टोरेज के लिए क्रेट चाहिए होते हैं, क्या खरीदे हैं ? तो उसका सबूत दो । जहां धान से भरी बोरियों का पहाड़ लगाया जाएगा उसे ढकने के लिए तरपालें खरीदी हैं तो सबूत दो।
पंजाब सरकार के अधिकारी खरीद की पुष्टि नहीं कर रहे और जब तक वे खरीद की पुष्टि नहीं करते तब तक किसान के खाते में केंद्र सरकार द्वारा भेजे पैसे नहीं जाएंगे, इससे स्पष्ट है कि खरीद ना होने के लिए दोषी पंजाब सरकार है और खामखा दोष केंद्र सरकार पर डाल रही है।
अगर पंजाब सरकार गेहूं खरीद कर सिंगगल कस्टडी में रख सकती है तो धान की खरीद कर सिंगल कस्टडी में क्यूँ नहीं रख रही ।
आखिर में भाजपा नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार झूठ बोलना बंद करे और धान की खरीद तेजी से करे।