चंडीगढ़, 4 सितंबर- हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सभी के जीवन में सफलता के पीछे एक शिक्षक का हाथ होता है जोकि हमारे छात्र जीवन के समय से ही हमें सही मार्ग व दिशा पर चलने की प्रेरणा देता है।
शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी संदेश में श्री कंवर पाल ने कहा कि हर वर्ष 5 सितम्बर को पूरे देश में पूर्व राष्ट्रपति एवं शिक्षाविद डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्रह किया है कि तीन दशक बाद घोषित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर करने की पहल करें और आत्मनिर्भर व आधुनिक भारत के निर्माण में अपना अहम योगदान दें।
श्री कंवर पाल ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे विद्यार्थियों को जड़ों से तो जोड़ेगी ही, इसके साथ उन्हें वैश्विक नागरिक बनने का भी पूरा सामथ्र्य देगी क्योंकि इस नीति में नवाचार पर बल देते हुए राष्ट्रीय अनुसंधान मंच (एनआरएफ) का गठन करने की बात कही गई है जो अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान को जितना बल उतना ही हम देश को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाने में सक्षम होंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक शिक्षक को राष्ट्रनिर्माता के रूप में भी जाना जाता है। भारत में गुरु-शिष्य की प्राचीन परम्परा आज भी कायम है जो पूरे विश्व में कहीं भी देखने को नहीं मिलती है।
दुष्यंत चौटाला ने भी दी शिक्षक दिवस की बधाई –
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश भर के शिक्षकों को बधाई दी और उम्मीद जतायी कि शिक्षकगण पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते रहेंगे।
उपमुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, ‘शिक्षक दिवस के अवसर पर, मैं सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।’ उन्होंने कहा कि महान विद्वान, प्रखर राजनीतिविद तथा श्रेष्ठतम शिक्षकों में शुमार देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाकर हम उनके प्रति अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘शिक्षक दिवस’ विद्यार्थियों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शिक्षकों को समर्पित है।