संवेदनशील गांवों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन बनेंगे, प्रत्येक गांव में गठित होंगी कमेटी:डॉ प्रियंका सोनी

हिसार 11 मई,2021 उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने सभी उपमंडलाधीशों को जिले के सभी संवेदनशील गांवों में कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए गंभीर प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारियों, सिविल तथा मेडिकल नोडल अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने उपमंडलों के अंतर्गत आने वाले गांवों में कोरोना के प्रसार, मृत्यु दर, कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों तथा उन पर की गई कार्रवाई, होम आइसोलेशन के मरीजों की निगरानी, सैंपलिंग तथा कोविड संक्रमितों की कान्टेक्ट ट्रैसिंग संबंधी रिपोर्ट दैनिक आधार पर उन्हें देंगे। संवेदनशील गांवों में नंबरदार, आशा वर्कर तथा एएनएम की टीमों के द्वारा सघन सैंपलिंग का कार्य सुनिश्चित करेंगे। सैंपलिंग करते समय आधार कार्ड व सही फोन नंबर दर्ज किया जाए ताकि रिपोर्ट आने पर समय पर सूचना देते हुए जरूरी प्रबंध किए जा सकें।
उपायुक्त ने कहा कि जिले के सभी संवेदनशील गांवों में कंटेनमेंट जोन बनाकर बैरिकेडिंग की जाए और कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सैनिटाईजेशन का कार्य तेजी गति से किया जाए। बेहतर प्रबंधन और कियान्वयन के लिए सभी गांवों में कमेटियों का गठन किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को लेकर जरूरी निर्देश दिए और कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के मद्देनजर सरकारी व निजी अस्पतालों में बैड की संख्या बढाई जाए। इसी प्रकार से आवश्यक्ता अनुसार कोविड इलाज के लिए अतिरिक्त अस्पतालों को अधिसूचित किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि जीएमडीए पोर्टल, एनएचएम पोर्टल तथा एचआरहील पोर्टल पर सभी जरूरी रिपोर्ट अपडेट की जाएं। अस्पतालों में नियमित रूप से ऑक्सीजन के इस्तेमाल का ऑडिट किया जाए। इसके अलावा आईसोलेशन सैंटर, अस्पतालों में बेड की दरों तथा रेमेडिसिविर जैसी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ व्यापक निगरानी भी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि होम आईसोलेशन के संक्रमितों के लिए गठित की गई टीमें नियमित रूप से विजिट करें। इस बारे में कंट्रोल रूम से भी फोन कर होम आईसोलेशन संक्रमितों से जानकारियां ली जाएं। ऐसे संक्रमितों को मेडिकल किट प्रदान करने की दिशा में सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
उपायुक्त ने कहा कि शहरी स्थानीय निकाय तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोविड से होने वाली मृत्यु का समय पर ऑडिट सुनिश्चित करें। इसको लेकर अतिरिक्त टीमें भी गठित की जा सकती हैं। इसी प्रकार से एंबुलेंस का सही प्रबंधन हो और निजी एंबुलेंस सेवाओं के लिए निर्धारित दरों को लेकर कड़ी निगरानी की जाए। कोरोना सैंपलिंग की रिपोर्ट सही समय पर तैयार की जाए और इस संबंध में निजी लैब संचालकों की भी निगरानी की जाए। नागरिकों की सुविधा के लिए स्थापित की गई मेडिकल हेल्पलाइन को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जाए। इसके साथ ही कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों को लेकर भी प्रभावी कदम उठाए जाएं।

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