हरियाणा के आयुष मंत्री श्री अनिल विज ने अधिकारियों को श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में आयुष की अन्य विंग भी शुरू करने के निर्देश दिए

Anil Vij directed all the Police Commissioners and Superintendents of Police to be deployed at crowded places so that COVID-19 guidelines can be strictly adhered to

चंडीगढ़, 27 मई – हरियाणा के आयुष मंत्री श्री अनिल विज ने अधिकारियों को श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में आयुष की अन्य विंग भी शुरू करने के निर्देश दिए। इनमें आयुर्वेद के अतिरिक्त होम्योपैथिक, योग, युनानी तथा सिद्घा शामिल हैं ।
श्री विज ने आज आयुष विभाग तथा आयुष विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय दुनिया में अपनी तरह का पहला आयुष विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। इसमें उक्त पद्घतियों को भी उचित भागीदारी दी जाए ताकि प्रत्यके क्षेत्र में विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय शीघ्र ही श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र का ही भाग होगा, जोकि विश्वविद्यालय के अधिनियम के अनुसार ही है। इस संबंध में जल्द ही आगामी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसमें कार्यरत कर्मचारियों तथा प्राध्यापकों का स्टेटस पहले से चल रहे सरकारी नियमानुसार ही रखा जाएगा।
आयुष मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के नए भवन निर्माण के लिए सरकार ने उच्च स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी द्वारा लिए गए निर्णयों को ही आगे बढ़ाया जाएगा ताकि भवन का शीघ्र निर्माण किया जा सके। इसके साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित नए पदों को चरणबद्घ तरीके से सृजित किया जाएगा। इसमें पदों की आवश्यकता के आधार को वरियता दी जाएगी।
श्री विज ने राजकीय डिस्पैंसरीज में आयुष की ओपीडी शीघ्र ही शुरू करने के निर्देश दिए, जिसको सप्ताह में तीन दिन के साथ ही शुरू किया जाए। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि बैठक में लिए गए सभी निर्णयों को शीघ्र अमलीजामा दिया जाएगा ताकि इस संबंध में जल्द ही कार्य हो सके।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने बताया कि वे आयुर्वेदिक कॉलेज में पोस्ट कोविड केयर आयुष सैंटर बनाना चाहते हैं , जिससे ऐसे मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में जल्द ही विभिन्न विषयों में पीएचडी आरम्भ की जाएगी तथा होम्योपैथी की ओपीडी आरम्भ की जाएगी। इस अवसर पर आयुष विभाग के महानिदेशक सुशील सारण सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।