कोविड महामारी दौरान मासूम बच्ची के लिए आर.बी.एस.के. योजना बनी जीवनदान

फाजिल्का 6 सितंबर 2021
हृदय रोग से पीड़ित एक वर्षीय सहजप्रीत कौर के लिए कोविड महामारी और उसका महंगा इलाज एक बड़ी समस्या बन गया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सहजप्रीत का न केवल राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इलाज किया, बल्कि उसके परिवार के सदस्यों को भी राहत दी। पिछले कई महीनों से इलाज के लिए तड़प रहे थे। हादसे के बावजूद राज्य के निजी अस्पताल फोर्टिस मोहाली में मासूम के दिल का सफल ऑपरेशन किया गया। इस नेक काम में अरनीवाला की टीम के इंचार्ज डा. अशीष ग्रोवर और सिवल सर्जन दफ्तर में तैनात अरनीवाला के कोआरडीनेटर बलजीत सिंह का अहम योगदान रहा।
इसकी जानकारी देते हुए डॉ. आशीष ग्रोवर ने बताया कि एक साल की बच्ची के दिल में छेद हो गया था जिसके कारण उसे प्राइमरी रिपोर्ट दी गई थी हालाकि उस समय कोविड की दूसरी लहर होने के कारण आपरेशन का समय नही मिल रहा था पर कोशिशो के बावजूद जुलाई/अगस्त का समय फोर्टिस हस्पताल मे मिला। इस का खर्चा सरकारी योजना के तहत सरकार द्वारा किया गया है। जिसमें एक भी रुपया मरीज ने खर्च नहीं किया है।
डॉ आशीष ग्रोवर ने बताया कि शनिवार को टीम ने लड़की के घर जाकर उसकी हालत का पता लगाया. इस अवसर पर परिवार के सदस्यों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना बच्चे के लिए नया जीवन लेकर आई है। लड़की के पिता बलजीत सिंह ने कहा कि उसका मुफ्त इलाज किया गया, जबकि निजी तौर पर लगभग 4 लाख रुपये खर्च के करीब था, जो उसके सामर्थ्य से बाहर था। एसएमओ टीम की तारीफ करते हुए डॉ. करमजीत सिंह ने कहा कि ब्लॉक डबवाला कलां की टीम का काम काबिले तारीफ है जिस करके आरबीएसके योजना मासूम बच्चे के लिए वरदान साबित हुई है।
यह योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार के सहयोग से चलाई जा रही है। यह आंगनवाड़ी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पंजीकृत (0 से 18) की उम्र के बीच के बच्चों को मुफ्त इलाज प्रदान करता है। इसके अलावा, बच्चों में जन्मजात रोग, हृदय रोग, मंदबुद्धि, बोलने मे देरी, दांतो की बिमारीयां, टेढ़े पैर और रीढ़ की हड्डी की सूजन सहित 30 बीमारियों का निशुल्क इलाज किया जाता है। इसके अलावा पंजाब के 9 सरकारी और निजी अस्पतालों को बड़े ऑपरेशन के लिए लिस्ट किया गया है।
ब्लाक मास मीडिया प्रभारी देवेश कुमार ने कहा कि लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है. ब्लाक डबवाला के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में बच्चों के चश्मे और श्रवण यंत्र भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

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