पीयू के संस्कृत विभाग ने 10 मातृभाषाओं का उत्सव मनाया

Prof. V. K. Alankar
पीयू के संस्कृत विभाग ने 10 मातृभाषाओं का उत्सव मनाया
संस्कृत विभा एवं बैंक ओफ़ बड़ोदा ने मिलकर अंतर्राष्ट्रिय मातृभाषा दिवस मनाया

चंडीगढ़, 21 फरवरी 2024

पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग और बैंक ओफ़ बड़ोदा (चंडीगढ़ ज़ोन) ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों का आयोजन आज 21.2.24 को किया। भाषण व काव्यपाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें विभाग के छात्रों ने भाग लिया। हिन्दी, पंजाबी, अवधी, भोजपुरी, मैथिली, गढ़वाली आदि अनेक मातृभाषाओं को इस अवसर पर सत्कार प्रदान किया गया।

विभाग के प्रो वी. के. अलंकार ने इस अवसर पर सबको बधाई देते हुए कहा, “भारतीय लोग सौभाग्यशाली हैं कि यहाँ इतनी भाषाएँ बोली जाती हैं, कि एक अनपढ़ व्यक्ति भी कम से कम दो भाषाएँ बोलता है, पहली उसकी मातृभाषा और दूसरी उसके स्थान पर बोली जाने वाली भाषा।प्रो. अलंकार ने इस बात पर प्रसन्नता अभिव्यक्त की कि बैंक ओफ़ बड़ोदा मातृभाषाओं व संस्कृत की प्रगति के लिए प्रयास कर रहा है।

विभाग के अध्यापकों ने भी कार्यक्रमों में भाग लिया। डॉ. विक्रम ने शहीदों के लिए एक पंजाबी कविता प्रस्तुत की। डॉ. सत्यन् शर्मा ने सन्त ब्रह्म कुशाल द्वारा रचित वेदान्तशास्त्र से सम्बन्धित पंजाबी कविता का एक अंश प्रस्तुत किया।

विभाग के शोधछात्रों शालिनी व ऋतु, तथा पीयू के दयानन्द वैदिक अध्ययन पीठ के शोधछात्र अपूर्व ने प्रतियोगिताओं के लिए निर्णायकों की भूमिका निभाई।

भाषण प्रतियोगिता के विजेता थे; प्रथम स्थान पर वसुन्धरा, दूसरे पर अभिषेक और तीसरे पर वैष्णो। काव्यपाठ प्रतियोगिता के विजेता थे; प्रथम स्थान पर पूनम, दूसरे पर स्मृति और तीसरे पर प्रियांशु। सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र व पुरस्कार दिए गए। इसके साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता के प्रमाणपत्र भी दिए गए।

बैंक ओफ़ बड़ोदा की मिस मोनिका ने बताया कि यह उनका संस्कृत विभाग के साथ हुआ तीसरा आयोजन है। उन्होंने कहा, “अच्छी रीसर्च करके दिए गए भाषणों और अनेकों मातृभाषाओं में किए गए काव्यपाठों को देख कर मुझे सीखने का एक बहुत अच्छा अवसर मिला।

विभाग के अध्यापक डॉ. विजय भारद्वाज ने प्रो. अलंकार, बैंक ओफ़ बड़ोदा, अध्यापकों व सभी प्रतिभागियों को आयोजन के सफल समापन के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया।