दिल्ली, 18 DEC 2023
314 पुरावशेष पिछले पांच वर्षों के दौरान स्वदेश वापस लाए गए हैं। देशवार सूची इस प्रकार है:-
देश | 2019 | 2020 | 2021 | 2022 | 2023 | Total |
अमरीका | – | – | 158 | – | 105 | 263 |
ब्रिटेन | 1 | 5 | 1 | 1 | 7 | 15 |
ऑस्ट्रेलिया | 1 | 3 | – | 29 | 2 | 35 |
इटली | – | – | – | – | 1 | 1 |
कुल | 02 | 08 | 159 | 30 | 115 | 314 |
जब भी किसी पुरावशेष के चोरी होने के बारे में सूचना मिलती है, तो संबंधित पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की जाती है। इसके बाद चोरी हुए पुरावशेष का पता लगाने तथा उसको अवैध रूप से देश से बाहर जाने से रोकने के लिए निगरानी रखने के उद्देश्य से कस्टम एग्जिट चैनल सहित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ‘लुक आउट नोटिस’ जारी किया जाता है। यदि पुरावशेष की प्राचीनता और महत्व का सही आकलन हो जाता है, तो उसकी पुनर्प्राप्ति के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के समन्वय में संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसी द्वारा मामले को आगे बढ़ाया जाता है।
केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी.किशन रेड्डी ने आज लोकसभा में यह जानकारी दी।