चंडीगढ़, 09 अक्टूबर:
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़, ने आज अपने 75वें वार्षिक एथलेटिक मीट का समापन किया। सुश्री कंवरदीप कौर जी इस त्रिदिवसीय खेल सम्मेलन के समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे। खेलकूद की विभिन्न गतिविधियों और बहुत सारी प्रतियोगिताओं के साथ, एथलेटिक मीट 06 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी। जिसमें मुख्य अतिथि माननीय श्री अजीत सिंह जी थे।
समापन समारोह का आरंभ प्रोफेसर बलदेव सेतिया, PEC के निदेशक (डायरेक्टर), और डॉ. डी.आर. प्रजापति, (DSA) द्वारा मुख्य अतिथि का फूलों से स्वागत करके हुआ।
प्रोफेसर बलदेव सेतिया, PEC के निदेशक, ने 75वें वार्षिक खेल सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि, 75 साल यानी कि सदी का तीन चौथाई हिस्सा, जिसमें पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने खेलों की गरिमा एवम गहराई, उसकी खेलों के प्रति भावना और उन्हें बरकरार रखने के जज्बे को सलाम किया है। इसके साथ ही एसएसपी चण्डीगढ़, सुश्री कंवरदीप कौर जी के बारे में उन्होंने कहा, कि कंवरदीप कौर जी सिर्फ चण्डीगढ़ पुलिस विभाग में ही नहीं, बल्कि पंजाब पुलिस में भी उल्लेखनीय भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि, 102वी फाउंडेशन ईयर के उपलक्ष्य में अगले महीने नवंबर में PEC कैंपस में एक ध्यान केंद्र भी बनाया जायेगा। ताकि सभी अपने शारीरिक के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकें।
साथ ही उन्होंने इस त्रिदिवसीय खेल सम्मेलन को इतनी अच्छी तरह से आयोजित करने वाले टीम और प्रतिभागियों को सराहा। सभी को संबोधित करते हुए, उन्होंने खेलकूद के महत्व पर जोर दिया। और कहा कि जीतने वालों से पहले हमें हारने वालों की सराहना करनी चाहिए, क्योंकि हार ही हमें आगे बढ़ कर जीतने की प्रेरणा देती है।
मुख्य अतिथि सुश्री कंवरदीप कौर एसएसपी चंडीगढ़ ने परंपरागत एथलेटिक मीट का हिस्सा बनकर अपनी खुशी को जाहिर किया। PEC की ही पूर्व छात्रा होने के नाते, उन्होंने अपनी स्टूडेंट लाइफ के उन पलों को याद लिया।
उन्होंने खेलों के बारे में बात करते हुए कहा कि, आज हमने काफ़ी मुश्किल खेल देखे। जैसे ऑब्सटेकल रेस में हारने के साथ ही हमें आगे बढ़ने का जज़्बा मिलता हैं, हमारी हिम्मत बढ़ती हैं। हमें अपने गोल यानी कि लक्ष्य पर नज़र को टिकाए रखना चाहिए। बेशक खेल में जीतना जरूरी हैं, लेकिन खेल में भाग लेना उस से भी ज्यादा जरूरी हैं। अंत में उन्होंने कहा कि, ‘खेल सिर्फ़ ज़िंदगी का एक रास्ता ही नहीं, बल्कि एक मेटाफर (रूपक) है। (Sports is not only a way of life, but a metaphor for life)
उन्होंने खेलकूद के महत्व को बताया, जो इंसान को संघर्ष करने बाधाओं को पार करने और उत्कृष्टता की दिशा में बढ़ने की शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने PEC को प्रतिवर्ष ऐसे एथलीटों को उनकी प्रतिभा का प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए सराहा और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया
उन्होंने सभी छात्रों को सच्चे खेल की आत्मा के साथ इस तरह की खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
100 मीटर दौड़ (लड़के और लड़कियां), रस्सा कशी, म्यूज़िकल चेयर, ऑब्सटैकल रेस आदि हुए। इसके बाद क्लोजिंग सेरेमनी के लिए NCC कैडेट्स और NSS वॉलंटियर्स द्वारा मार्च पास्ट किया गया।
इस के साथ एक पुरस्कार वितरण समारोह और धन्यवाद की घड़ी थी, जिसे डायरेक्टर PEC, प्रो. बलदेव सेतिया, सुश्री कंवरदीप कौर जी और डीन स्टूडेंट अफेयर्स द्वारा किया गया।