पंजाब सरकार द्वारा य.ूएन.डी.पी. इंडिया और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर चलाई जायेगी जागरूकता मुहिम
कोविड -19 सम्बन्धी कौंसलिंग समेत भरोसेयोग्य और सही जानकारी की जाये उपलब्ध
महामारी के विरुद्ध अग्रिम पंक्ति में लडऩे वाले कोरोना वॉरियरज़ के प्रति अभिव्यक्त की हमदर्दी विभिन्न अनुसंधानों ने स्पष्ट किया कि प्राथमिक स्वास्थ्य सावधानियां रखने से इन्फ़ेक्शन से रहा जा सकता है दूर- डा. मनीषा मंडल, यू.एन.डी.पी. पंजाब
चंडीगढ़, 4 सितम्बर:
कोविड -19 के इस संकटकालीन समय के दौरान जब स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी के फैलाव को काबू करने की तैयारी में है, विभाग को एक नयी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। लोगों में बीमारी को लेकर गलत धारणाओं और भेदभाव बढ़ रहा है, जिसको तुरंत हल करने की ज़रूरत है। यह जानकारी आज स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने एक ऑनलाइन मीटिंग के द्वारा इस मुहिम की शुरुआत करते हुये दी। इस मीटिंग में विभिन्न श्रेणियों का स्टाफ जैसे मास मीडिया अधिकारी, ब्लॉक एक्स्टेंशन ऐजूकेटरज़, आशा वर्कर और इस मुहिम के सम्बन्ध में मल्टीपरपज़ हैल्थ सुपरवाइजऱ शामिल थे।
इस मौके पर जानकारी देते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह मुहिम स्वास्थ्य विभाग पंजाब की तरफ से यू.एन.डी.पी इंडिया और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से चलाई जा रही है। सभी पॉजिटिव मरीज़ों को अफ़वाहों और गलत प्रचार से बचाने के लिए कौंसलिंग के साथ साथ कोरोना सम्बन्धी भरोसेयोग्य और सही जानकारी मुहैया करवाने की बहुत ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि यह मुहिम कोविड -19 और मानसिक तनाव से पीडि़त लोगों को राहत प्रदान करने के लिए मददगार साबित होगी।
मंत्री ने कहा कि कुछ शरारती अनसरों की तरफ से अफ़वाहें फैलाई जा रही हैं और लोगों को ऐसी अफ़वाहों से बचना चाहिए और सरकार की तरफ से ऐसे समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने महामारी के विरुद्ध अग्रिम पंक्ति में लड़ते अपनी जान कुर्बान करने वाले कोरोना योद्धों के प्रति हमदर्दी भी ज़ाहिर की। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह कोविड सम्बन्धी उचित व्यवहार और ज़रूरी सावधानियों की पालना करें।
इस मुहिम संबंधी और ज्यादा जानकारी देते यू.एन.डी.पी. इंडिया के स्टेट प्रोजैक्ट अफ़सर (एस.पी. ओ.) डा. मनीषा मंडल ने बताया कि जब से इस बीमारी को महामारी घोषित किया गया था और बहुत ही भयानक संक्रमण की बीमारी पाया गया था तब से ही आम लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए कई परहेज़ और सावधानियों की पालना करने सम्बन्धी जागरूक किया गया। विभिन्न अनुसंधानों ने साबित कर दिया कि प्राथमिक सावधानियां इस्तेमाल करना जैसे मास्क डालना, बार बार हाथ धोना और सामाजिक दूरी बनाई रखना इसके फैलाव को रोकने में काफ़ी प्रभावशाली हैं। परन्तु कोविड -19 के कारण दूसरे देशों में हुई मौतों की संख्या को देख कर लोग घबरा गए और एक डर पैदा हो गया। लोगों के मन में उपजा यह सहम इस बीमारी से निपटने में एक रुकावट है।
उन्होंने कहा कि ज्ञान की कमी के कारणइस क्षेत्र में बहुत सारी गलत जानकारी सामने आ रही है। लोगों के मन में से बीमारी सम्बन्धी अफ़वाहों, डर और गलत धारणाओं को ख़त्म करने के लिए ही ऐसी जागरूकता मुहिम की ज़रूरत थी।
नेशनल प्रोफेशनल अफ़सर, मानसिक स्वास्थ्य और ड्रग अब्यूज़, विश्व स्वास्थ्य संगठन इंडिया डा. अतरेआ गांगुली और नेशनल प्रोग्राम मैनेजर (स्वास्थ्य एवं गवर्नेंस यूनिट, यू.एन.डी.पी इंडिया) डा. चिरंजीव भट्टाचारिया ने इस समय रोग के फैलाव को काबू करने के लिए कोविड सम्बन्धी उचित व्यवहार की सावधानियां जैसे कि दूर से अभिवादन करना, हर समय मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाये रखना, अपनी आँखें -नाक और मुँह को छूने से बचना, अनावश्यक यात्रा से परहेज़ करने को अपनाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने स्टाफ को पॉजिटिव व्यक्तियों, उनके पारिवारिक सदस्यों और उनके पड़ोसियों को भी इस बीमारी से सम्बन्धित गलत धारणाओं को ख़त्म करने की सलाह दी।
स्वास्थ्य विभाग के डायरैक्टर डा.अरविन्दर सिंह गिल ने लोगों को जागरूक करने में स्वास्थ्य विभाग के मास शिक्षा और मीडिया विंग की भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इस विंग के कर्मचारी पहले से ही लोगों को कोविड सम्बन्धी उचित व्यवहार की पालना करने और जागरूक करने में बढिय़ा काम कर रहे हैं और इस नयी मुहिम के द्वारा इस बीमारी सम्बन्धी बनाई जा रही गलत धारणाओं और भेदभाव को ख़त्म करने की आशा की जाती है और उनको ‘टुगेदर विद्द कोविड’ के नारे को फैलाना चाहिए।