बादलों की तरह कांग्रेसियों ने भी नहीं बख्शी गरीबों-मजदूरों की मनरेगा योजना- मीत हेयर

HC rap to Punjab govt over sale of illicit liquor has exposed Captain: Meet Hayer
-सियासतदानों और अधिकारियों ने `मनरेगा योजना’ में किए करोड़ों के घोटाले, हाईकोर्ट की निगरानी में बैठे जांच कमीशन- `आप’ 
-कहा, सरकारों की नीयत और नीति साफ होती तो गरीबों-मजदूरों के लिए वरदान साबित हो सकती थी मनरेगा योजना 

चंडीगढ़, 5 नवंबर 2021 

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों-जरूरतमंदों और मजदूरों को कम से कम 100 दिन के काम की गारंटी देती `मनरेगा योजना’ में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए मौजूदा चरणजीत सिंह चन्नी सरकार से मांग की है कि यदि वह सही अर्थों में गरीबों और मजदूरों के हितैषी है तो मनरेगा योजना में अब तक हुए करोड़ों-अरबों रुपये के घोटालों और फर्जीवाड़े की समयबद्ध जांच के लिए एक जांच कमीशन गठित करे, जिसकी निगरानी पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय करे।

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पार्टी मुख्यालय से शुक्रवार को जारी बयान में पार्टी के यूथ विंग के अध्यक्ष एवं विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि गरीबों के दबे-कुचले वर्ग के लिए वर्ष 2008 में लागू की गई `मनरेगा योजना’ के अधीन पंजाब में अरबों रुपये के घोटाले हो चुके हैं। लेकिन पिछली बादल सरकार की तरह मौजूदा कांग्रेस सरकार को भी गरीबों-मजदूरों की कोई परवाह नहीं है। मीत हेयर ने साथ ही दावा किया कि वर्ष 2022 में `आप’ की सरकार बनने पर मनरेगा योजना की शुरूआत से अंत तक बारीकी से जांच कराई जाएगी।

सभी घपले-घोटालों समेत समूची मनरेगा की सभी वित्तीय एंट्रियों के लिए एक `व्हाइट पेपर’ जारी किया जाएगा। घपलों-घोटालों के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मीत हेयर ने कहा कि मनरेगा योजना और दिहाड़ी-मजदूरी के लिए जरूरतमंद, गरीब तबके के लिए यदि सत्ताधारियों की नीयत और अमल नीति साफ-सुथरी होती तो मनरेगा योजना जहां मजदूर वर्ग के लिए वरदान बनती, वहीं प्रदेश विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के चहुंमुखी विकास में भी भारी योगदान देती।

मीत हेयर ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान ही मनरेगा योजना में सैकड़ों करोड़ों रुपये की घपलेबाजी और घोटालेबाजी हुई है। यदि पिछली बादल सरकार का भी हिसाब लिया जाए तो यह घोटाला कई हजार करोड़ पार कर सकता है।

मीत हेयर ने सुखबीर सिंह बादल के हवाले के साथ पिछली अकाली-भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा की बीते जनवरी महीने से पहले सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस पर मनरेगा योजना में 1000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का आरोप लगाया था। लेकिन महज आरोप लगाने के बाद चुप्पी साध ली, क्योंकि अकाली-भाजपा सरकार के दौरान मनरेगा योजना में ओर भी बड़े घोटाले और फर्जीवाड़े हुए थे।

मीत हेयर ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस मामले में तथ्यों, सबूतों और दस्तावेजों के साथ विधानसभा में भी आवाज उठाएगी और यदि चन्नी सरकार ने मनरेगा योजना में हुए घोटालों के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाया और दिहाड़ीदारों के हित नहीं बचाए तो मुख्यमंत्री चन्नी के खिलाफ प्रदेश स्तर पर मोर्चा खोला जाएगा।

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