मुख्यमंत्री चन्नी के संरक्षण में चल रहा रेत माफियाओं का कारोबार – राघव चड्ढा
…. वन अधिकारी से चि_ी लिखने के बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, चन्नी सरकार ने उल्टे उस अधिकारी का तबादला कर दिया
….सीएम चन्नी रेत माफियाओं के साथ मिले हुए हैं- राघव चड्ढा
…. मुख्यमंत्री से पूछे 5 सवाल, रेत माफियाओं का कितना हिस्सा मुख्यमंत्री तक पहुंचता है? कांग्रेस के किस-किस नेताओं और मंत्रियों तक जाता है माफियाओं का पैसा? हाईकमान को कितना हिस्सा पहुंचता है?
….. कहा, पंजाब में 20000 करोड़ रुपए का अवैध रेत का कारोबार है, आप की सरकार अवैध खनन को खत्म कर महिलाओं को ₹1000 और मुफ्त शिक्षा और चिकित्सा सेवा देगी
…वन अधिकारी ने चिट्ठी में कहा था की यह जमीन वन विभाग का है, यहां नहीं हो सकता खनन
….चमकौर साहिब के गांव जिंदापुर के रेत माफीया के संबंध में चड्ढा ने जारी किए सनसनीखेज दस्तावेज, खनन स्थल पर नहीं थे कोई झंडे और निशान
…चन्नी साहब कहते हैं कि मैं रेत माफिया का सीएम नहीं हूं पर यहां लगता है कि सीएम ही रेत माफिया है
…सीएम चरनजीत सिंह चन्नी जगह-जगह घूमकर भांगड़ा डाल रहे हैं और यहां उनकी खुद की विधानसभा में माफिया करोड़ों रुपए की रेत खनन कर रहा है
चंडीगढ़, 5 दिसंबर 2021
आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी राघव चड्ढा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में चल रहे रेत माफियाओं के अवैध कारोबार का मीडिया के सामने पर्दाफाश किया। शनिवार को चड्ढा चमकौर साहिब विधानसभा के जिंदापुर गांव पहुंचे और बहुत दिनों से बेरोकटक चल रहे रेत माफिया की जगह पर छापा मारा।
मीडिया को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद चन्नी ने कहा था, ‘रेत माफिया मेरे पास न आए, मैं रेत माफियाओं का मुख्यमंत्री नहीं हूँ।’ लेकिन मुख्यमंत्री बनते ही वे अपने वादे से पलट गए। उन्होंने रेत माफियाओं के साथ हाथ मिला लिया। मुख्यमंत्री चन्नी के संरक्षण में ही अब रेत माफिया खुद उनके क्षेत्र में अपना कारोबार चला रहा है।
चड्ढा ने मुख्यमंत्री चन्नी पर गलत तरीके से वन अधिकारी का ट्रांसफर करने का आरोप लगाया और कहा कि 22 नवंबर 2021 को वन अधिकारी राजवंश सिंह ने यहां के एसएचओ और तहसीलदार को चिी लिखकर बताया था कि जिंदापुर गांव का यह क्षेत्र ‘वन संरक्षण अधिनियम’ के तहत आता है, जहां खनन संबंधी कोई भी अवैध गतिविधि नहीं की जा सकती। चिी लिखने के अगले दिन 23 नवंबर को चन्नी सरकार ने उल्टे उस ईमानदार वन अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया। इससे साबित होता है कि यह रेत माफिया उनके संरक्षण में काम कर रहा है और मुख्यमंत्री चन्नी रेत माफियाओं से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि यहां से रोज लगभग 800 से 1000 ट्रक रेत की अवैध सप्लाई होती है। उन्होंने कहा कि वन अधिकारी ने अपनी चिट्ठी में कहा था कि यह जमीन वन विभाग का है और यहां खनन नहीं हो सकता, लेकिन माफियाओं ने अवैध खनन की और वन विभाग द्वारा लगाए पौधों को भी नष्ट कर दिया और प्रशासन गहरी नींद सोती रही।
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि चन्नी बताएं कि कितने समय से यहां अवैध खनन हो रहा है? इसका कितना हिस्सा उनके पास पहुंचता है? ऐसे कितने माफिया स्थल चमकौर साहिब व पूरे पंजाब में है? एवं माफियाओं के साथ उनकी क्या सांठगांठ है?
उन्होंने शायराना अंदाज में मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘तू इधर उधर की न बात कर, ये बता कि काफिला क्यों लुटा? हमें रहजनों से गिला नहीं, ये तेरी रहबरी का सवाल है।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी झूठ बोलते हैं कि पूरे पंजाब में ₹5 प्रति फीट बालू मिलता है। जबकि सच्चाई यह है कि रेत माफियाओं के कारण लोगों को 25 से ₹40 प्रति फीट के हिसाब से बालू खरीदना पड़ता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि रेत माफिया को देखकर लगता है कि दूध की रखवाली बिल्ली कर रही है।
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चड्डा ने कहा कि अच्छे स्कूल, अच्छे हॉस्पिटल बनाना एवं लोगों को वल्र्ड क्लास सेवाएं उपलब्ध कराना आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार का विकास मॉडल है। वहीं रेत माफिया और ड्रग माफिया कांग्रेस सरकार का विकास मॉडल है। उन्होंने कहा कि पंजाब में लगभग 20000 करोड़ रुपए का रेत माफिया का कारोबार है। आम आदमी पार्टी की सरकार इन रेत माफियाओं को खत्म कर उसी पैसे से पंजाब की महिलाओं को ₹1000 का भत्ता देगी और लोगों को मुफ्त में वल्र्डक्लास शिक्षा और चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगी। इस मौके पर उनके साथ पार्टी प्रवक्ता नील गर्ग और एडवोकेट दिनेश चढ्ढा मौजूद थे।