15 मई की प्रगति रैली को लेकर जनता में भारी उत्साह…कंवर पाल

मुख्यमंत्री देंगे करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाएं

यमुनानगर में लगभग 4 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं पूरी

चण्डीगढ, 13 मई – हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि 15 मई को  यमुनानगर में आयोजित होने वाली प्रगति रैली को लेकर जनता में भारी उत्साह एवं जोश है । यह रैली ऐतिहासिक होगी और पिछली सारी रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ेगी।

शिक्षा मंत्री ने आज चण्डीगढ में यह जानकारी प्रैस कान्फ्रेंस के दौरान देते हुए बताया कि इस रैली में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल करोड़ो रुपए की विकास परियोजनाएं जनता समर्पित करेंगे। इस अवसर पर यमुनानगर के विधायक श्री घनश्याम दास अरोड़ा भी मौजूद रहे।

श्री कंवर पाल ने कहा कि यमुनानगर जिला में लगभग 4 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं जिसमेंं से जगाधरी विधानसभा क्षेत्र में 1082 करोड़ रुपए से अधिक की राशि से विभिन्न विकास कार्य पूरे करवाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यमुनानगर में पहले एक राजकीय महाविद्यालय होता था लेकिन वर्तमान सरकार के समय में तीन-तीन सरकारी महाविद्यालय बनाए जा चुके हैं। इसके अलावा 4 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भी बन कर तैयार हो चुके हैं जिनमें युवाओं को विभिन्न ट्रेडों के माध्यम से निपुण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यमुनानगर में 200 बिस्तरों का अस्पताल बनाने के अलावा छछरौली, जगाधरी आदि बड़े गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा हुआ है जिससे लोगों को और त्वरित गति से स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा श्री गुरु तेगबहादुर सिंह जी के नाम पर मेडिकल कॉलेेेेज का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले तीन साल में यमुनानगर जिले में विकास कार्यो की कोई कमी नहीं रहेगी और आवश्यक सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।

युवा पीढी को दी जा रही इतिहास की सही जानकारी
शिक्षा मंत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वीर सावरकर को लेकर स्कूलों में पाठ पहले भी पढाया जा रहा था और आगे भी पढाया जाएगा। युवा पीढी को इतिहास की सही जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में महापुरूषों ने अपने अपने तरीके से अहम योगदान देकर अपने बलिदान और संर्घष से देश को आजाद करवाया। यह केवल इतिहास में घटित घटनाएं हैं उनसे ही युवा पीढी को अवगत करवाया जा रहा है।

शिक्षकों की कमी जल्द होगी दूर
एक अन्य सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिन सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की कमी है, वहां पर अध्यापक भेजे जाएगें। इसके लिए जिला स्तर पर डीईओ व डीईईओ को जल्द ही शक्तियां प्रदान की जाएंगी ताकि बच्चों की पढाई प्रभावित न हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की कमी है, एक वर्ष में शिक्षकों की नई भर्ती प्रक्रिया पूरी कर इसे दूर कर लिया जाएगा। इसके अलावा टीजीटी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया बारे न्यायालय में चल रहा विवाद सुलझा लिया गया है जिससे तीन हजार से अधिक अध्यापकों को शीघ्र ही ज्वाईन करवाया जाएगा।

विद्यार्थियों को जल्द मिलेंगी पुस्तकें
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति की अनुपालना में फाईनल किए गए पाठयक्रम के तहत पहली से तीसरी कक्षा तक विद्यार्थियों को किताबें उपलब्ध करवा दी गई है। कक्षा 4 से 8वीं तक के विद्यार्थियों को पुस्तकें जल्द मुहैया करवाने के लिए शीघ्र ही बैठक बुलाई गई है जिसमें जुलाई माह तक पुस्तकें देने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुस्तकों की छपाई के साथ साथ विद्यार्थियों को वितरित करने का कार्य भी त्वरित गति से किया जाएगा।

ऑनलाईन कक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह
उन्होंने कहा कि स्कूल विद्यार्थियों को अब तक 3 लाख 7 हजार टेबलेट बांटे जा चुके हैं और शेष लगभग 2 लाख और टेबलेट विद्यार्थियों को जल्द ही प्रदान किए जाएगें। उन्होंने कहा कि गर्मी की छुट्टियों में 10 से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की टेबलेट से ऑनलाईन कक्षाएं लगाई जाएंगी। इन कक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों में खासा उत्साह है और टेबलेट के माध्यम से विद्यार्थियों को नया अनुभव मिलेगा तथा शिक्षक भी ट्रेण्ड होंगे।
उन्होंने कहा कि प्लाईवुड इण्डस्ट्री को जलभराव से मुक्त करने लिए एसटीपी तक ड्रेेेनेज व आरसीसी सड़क का निर्माण किया गया है। आवागमन को सुगम बनाने के लिए पश्चिमी यमुना नहर पर 12 करोड़ रुपए की लागत से चार मार्गीय पुल का निर्माण किया गया है। इसके अलावा नगर निगम में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए 39 नए टयूबवैल लगाए गए जिन्हें लगभग 12.5 किलोमीटर लम्बी पाईप से जोड़ा गया है।

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