चंडीगढ़, 21 मईः
माल्टा कांड और अन्य दुखद घटनाओं को याद करते हुये कैबिनेट मंत्री ने सपने साकार करने के लिए विदेश भेजने की आड़ में हो रही मानव तस्करी पर गहरी चिंता अभिव्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस ग़ैर-कानूनी धंधे में शामिल धोखेबाज़ ट्रैवल एजेंटों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा करने के लिए वचनबद्ध है जिससे उनको अपने सपनों की पूर्ति के लिए पंजाब छोड़ कर विदेश न जाना पड़े। राज्य सरकार की तरफ से शिक्षा को रोज़गारमुखी बनाने के साथ-साथ उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल भी सृजित किया जायेगा। उन्होंने कहा, “हम राज्य में ऐसा प्रबंध स्थापित करेंगे कि राज्य के विकास में योगदान डालने के लिए नौजवान ख़ुद पंजाब लौटने के लिए आगे आऐंगे।“
राज्य के भोले-भाले लोगों की होती लूट को रोकने के लिए लोगों से सुझाव मांगते हुये मंत्री ने कहा कि इस समस्या के हल तलाशने के लिए वह ऊँचे स्तर पर विचार करेंगे। उन्होंने विदेश जाने के इच्छुक नौजवानों और उनके माता-पिता को भी अपील की कि विदेश जाने के लिए हमेशा कानूनी रास्ता ही चुना जाये।
ज़िक्रयोग्य है कि दोआबा राज्य के सबसे अधिक प्रगतिशील इलाकों में से एक है क्योंकि इस क्षेत्र के बहुत से परिवार बहुत समय पहले विदेशों में बस गए हैं परन्तु कुछ लोगों की तरफ से विदेशों में पहुँचने के लिए ग़ैर-कानूनी रास्ता चुने जाने के कारण इस क्षेत्र को भी भारी नुकसान बरदाश्त करना पड़ा है।
पंजाब के एडवोकेट जनरल डॉ. अनमोल रत्न सिद्धू ने इस समस्या से निपटने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से उठाये जा रहे अलग-अलग कदमों संबंधी जानकारी दी। श्री सिद्धू ने उन सभी कारणों के बारे भी स्पष्ट तौर पर बताया जो इस समस्या को बढ़ाते हैं और इसके संभावित हल भी सुझाए। इस मुद्दे पर विचार-चर्चा करने और आदरणियों के कीमते विचार सुनने के लिए लोग बड़ी संख्या में आए थे। आदरणियों ने सम्बन्धित विषय पर उदाहरण सहित जानकारी सांझा की।
राज्य सभा के ज्वाइंट डायरैक्टर डॉ. अनुज, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान डॉ. संतोखविन्दर सिंह ग्रेवाल, ऐजूकेशनल मल्टीमीडिया अनुसंधान केंद्र के डायरैक्टर श्री दलजीत अमी और सहायता एन.जी.ओ के डायरैक्टर और आँखों के सर्जन डॉ. रजिन्दर राज़ी ने भी सैमीनार को संबोधन किया। इस सैमीनार के पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के वकील और क्रॉस होराइजन के प्रधान अनिल कुमार सागर और सुप्रीम कोर्ट के वकील श्री आनंदेशवर गौतम कनवीनर थे।