मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार लोगों की भलाई यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध
स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है : स्वास्थ्य मंत्री
चंडीगढ़, 20 सितम्बर :-
पंजाब में डेंगू की स्थिति पूरी तरह काबू में है और घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। बीते दिनों मीडिया के कुछ हिस्सों में पंजाब में डेंगू के बढ़ रहे मामलों पर आईं रिपोर्टों सम्बन्धी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पंजाब चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने आज बताया कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के निवासियों की तंदरुस्ती को यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग डेंगू को फैलाव को रोकने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है।
इस सम्बन्धी की जा रही गतिविधियों के बारे बताते हुये जौड़ामाजरा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गर्मी के मौसम की शुरुआत से ही डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए कई मुहिमें चलाईं जा रही हैं। ज़िक्रयोग्य है कि डेंगू पानी द्वारा फैलने वाली बीमारी है जोकि एडीज़ एजिपटी मच्छर के काटने से होती है।
उन्होंने बताया कि सिर्फ़ सितम्बर महीने में ही विभाग की टीमों ने लार्वा के प्रजनन की जांच करने के लिए 3 लाख से अधिक घरों का दौरा किया और 5871 घरों में मच्छरों के लार्वा पाये गए और इसको नष्ट किया गया।
मच्छरों के लार्वा की पैदावार पर नज़र रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पंजाब भर में कम से कम 855 ब्रीडिंग चैकर तैनात किये गए हैं, इसके इलावा राज्य भर में कीटनाशक और लार्वीसाईड स्प्रे का छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग मच्छरों के प्रजनन को नियंत्रित करने के लिए एक जैविक विधि की भी प्रयोग कर रहा है जिसके अंतर्गत गाँवों के छप्पड़ों में गैंबूसिया मछली छोड़ी जाती है, जो भोजन के तौर पर मच्छरों के लार्वा को खाती है और उनके प्रजनन को कंट्रोल करने में मदद करती है।
विभाग की डेंगू विरोधी गतिविधियों के बारे और विवरण सांझा करते हुये जौड़ामाजरा ने बताया कि राज्य भर में डेंगू जागरूकता कैंप भी लगाए जा रहे हैं और ज़मीनी स्थिति का जायज़ा लेने के लिए डिप्टी कमिशनरों की अध्यक्षता अधीन अलग-अलग भाईवालों जैसे स्थानीय निकाय विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग आदि के साथ अंतर-क्षेत्रीय मीटिंगें की जा रही हैं।
स. जौड़ामाजरा ने आम लोगों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताईं जा रही सावधानियों की पालना करने की अपील की। उन्होंने लोगों को भी अपील की कि वह अपने आसपास की जांच करते रहें और यह यकीनी बनाएं कि उनके घरों के अंदर या नज़दीक ( पानी के कंटेनरों, टायरों, कूलरों में) पानी खड़ा न हो जोकि मच्छरों के लिए एक संभावित प्रजनन स्थान हो सकता है।
ज़िक्रयोग्य है कि डेंगू एक नोटीफाईड बीमारी है और पंजाब सरकार ने इसके टैस्ट की कीमत भी 600/- रुपए तय की गई है। पंजाब सरकार की तरफ से डेंगू की जांच के लिए 42 लैबें स्थापित की गई हैं और डेंगू वार्डों के रूप में सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए 1274 बैड विशेष तौर पर निर्धारित किये गए हैं।
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