मुख्यमंत्री ने 6 नौजवानों को शहीद भगत सिंह यूथ अवार्ड के साथ सम्मानित किया
समाज के प्रति नौजवानों के निःस्वार्थ सेवा वाले जज़्बे के लिए अवार्ड को एक पहचान बताया
‘खेल मैदान, हर गाँव की पहचान’ मुहिम का किया आग़ाज़
हुसैनीवाला (फ़िरोज़पुर), 23 मार्च :-
नौजवानों को समाज की निःस्वार्थ सेवा के लिए उत्साहित करने के उद्देश्य के साथ एक मिसाली पहलकदमी करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरूवार को छह नौजवानों को शहीद भगत सिंह यूथ अवॉर्ड प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ने नवजोत कौर (बरनाला), मनोज कुमार (मानसा), बेअंत कौर (बठिंडा), ओमकार मोहन सिंह (रूपनगर), गुरजोत सिंह कलेर (मोहाली) और सुखदीप कौर (बठिंडा) सहित छह नौजवानों को यह अवार्ड दिया। इन नौजवानों की सराहना करते हुये भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि यह नौजवान समाज की भलाई के लिए आगे भी रचनात्मक भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इन ऐवार्डों का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है, जिनका देश के लिए दिया महान बलिदान हमेशा नौजवानों को प्रेरित करता रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने शहीद भगत सिंह युवा अवार्ड फिर शुरू करने का फ़ैसला किया है, जो आज नौजवानों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में लामिसाल योगदान डालने वाले नौजवानों को दिया जायेगा। भगवंत मान ने अफ़सोस प्रकट किया कि यह अवार्ड सात साल पहले बंद कर दिया गया था परन्तु अब सरकार ने इसको फिर शुरू किया है।
मुख्यमंत्री ने दोहराया करवाया कि शहीद भगत सिंह ने छोटी उम्र में ही राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होकर देश को ग़ुलामी की जंजीरों में से आज़ाद करवाने के लिए अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि देश की बिना स्वार्थ सेवा करने के लिए शहीद- ए- आज़म हमेशा नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। भगवंत मान ने नौजवानों को न्योता दिया कि मुल्क को प्रगतिशील और ख़ुशहाली की तरफ लेकर जाने के लिए शहीद भगत सिंह के पद-चिन्हों पर चलें।
मुख्यमंत्री ने हरेक गाँव में स्टेडियम बनाने के लिए ज़िला प्रशासन के उद्यम वाली नयी और निवेकली स्कीम ‘खेल मैदान, हर पिंड दी पहचान’ की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इससे नौजवानों की अथाह ताकत को रचनात्मकता की तरफ़ लाने में मदद मिलेगी। भगवंत मान ने राज्य में खेल को उत्साहित करने के लिए नौजवानों का समूचा विकास यकीनी बनाने की राज्य सरकार की वचनबद्धता भी दोहराई।
इस समय मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और अन्य उपस्थित थे।