उम्र के अनुसार पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपके शरीर के तापमान मेंनियंत्रण बना रहता है और अन्य घातक बीमारियों का खतरा टला रहता है।बढ़ती उम्र के साथ हमें रोज़ाना अपने पानी पीने की क्षमता को बढ़ना चाहिएक्योंकि उम्र बढ़ाने के साथ जब आप कोई भी थकने वाला कार्य करते है तोएक आम व्यक्ति के मुकाबले आप ज़्यादा पसीना बहाते है जिससे शरीर मेंपानी की कमी का खतरा बना रहता है।
पानी पीना हमारे लिए इसलिए अनिवार्य है ताकि हम अपने शरीर के तापमानपर नियंत्रण रख सके। यदि शरीर के तापमान पर ढंग से नियंत्रण रखा जाएतो आप हीट स्ट्रोक, हीट एग्जेस्शन व हृदय संबंधित बीमारियों से बचे रहसकतें है। डॉ. नोडार जेनस के अनुसार बढ़ती उम्र के साथ एक व्यक्ति केहाइपोथैलेमस में स्तिथ प्यास केंद्रों की सक्रियता कम हो जाती है। इसकारण से कई बार ऐसा होता है कि प्यास लगने पर भी आपका दिमागआपके शरीर को इस बात के संकेत नहीं देता इसलिए आपको रोज़ाना स्वयंही भारी मात्रा में पानी पी लेना चाहिए।
शरीर हो हाइड्रेट रखने का सबसे सरल उपाय रोज़ाना भारी मात्रा में पानीपीना है । यदि हम पानी के अलावा जूस, चाय, सोडा व अन्य पदार्थ पीते हैतो हमारे शरीर को उन्हें डाइजेस्ट करने में मेहनत करनी पड़ती है जिससे बहुतएनर्जी बर्बाद होती है और कोई फायदा नहीं होता।
इसलिए रोज़ाना 2 से 3 लीटर पानी पीने की आदत डाल दें ।