प्रदेश में खनन माफिया और चिट्टा माफिया का तांडव : बिंदल

शिमला, 11 फ़रवरी 2025
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा की हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया और चिट्टा माफिया का तांडव हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सुखविन्द्र सिंह सुक्खू सरकार में पूरे हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया और चिट्टा माफिया लगातार दनदना रहा है। मण्डी में सब डिविजीनल मैजिस्ट्रेट के उपर खनन माफिया के लोगों द्वारा किया गया जानलेवा हमलाा इनकी बढ़ती हुई ताकत और दादागिरी का ज्वलंत उदाहरण है। जिस तरह से इलाके के सबसे बड़े अधिकारी, जो मैजिस्ट्रेट भी है के उपर पत्थरों से, डंडो से और बांऊसर्स के द्वारा हमला कराना, हिमाचल प्रदेश की सरकार के लिए खुली चुनौती है। डाॅ. बिन्दल ने कहा कि यह वाक्या बारी-बारी से हर जिले में दोहराया जा रहा है। सोलन जिला का बद्दी-बरोटीवाला इसका केन्द्र बिन्दु बना और माफिया के हौंसले इस कदर बुलंद हुए कि राजनैतिक संरक्षण ने बड़े-बड़े अफसरों की बोलती बंद कर दी। जिला ऊना, जिला सिरमौर, जिला कांगड़ा, जिला हमीरपुर और जिला बिलासपुर भी इसकी मार से ग्रसित है। जगह-जगह पर चिट्टा माफिया, खनन माफिया और शराब माफिया द्वारा गोलियां चलाना, पुलिस, वन विभाग के लोग और माइनिंग गार्डस की पिटाई होना, आम बात हो गई है और सरकार और मुख्यमंत्री मूकदर्शक बन कर बैठे हैं। डाॅ. बिन्दल ने कहा कि चिट्टे के प्रचलन से प्रदेश की युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है और खनन माफिया द्वारा प्रदेश के बहुमूल्य पर्यावरण एवं संसाधनो को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और कानून व्यवस्था तार-तार हो रही हैै।
 गुरू रविदास जी महाराज संतो के संत : बिंदल
संत शिरोमणी गुरू रविदास जी महाराज की जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर डाॅ0 राजीव बिन्दल, प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि गुरू रविदास जी महाराज संतो के संत थे। अपने विशिष्ट कार्यों से, मार्गदर्शन से, प्रभाव से संत शिरोमणी कहलाए। हम सब उनके चरणो में नतमस्तक होते हैं। गुरू रविदास जी ने उपदेश दिया कि इस दुनिया में न कोई छोटा है, न कोई बड़ा है, न कोई ऊंचा है, न कोई नीचा है ‘‘जाति-पाति पूछे ना कोई, हरि को भजेे सो हरि को होई’’। गुलामी के कालखंड में जब हमारा देश गुलामी की बेडि़यों में जकड़ा हुआ था, अनेक प्रकार की कुरीतियों, बुराईयों से ग्रसित था, उस समय में गुरू रविदास जी महाराज ने पूरे देश को धर्म की शिक्षा दी और एक होकर रहने का उपदेश दिया।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि गुरू रविदास जी की शिक्षाएं जितनी साढे़ तीन सौ साल पहले सार्थक थी, आज भी उतनी ही सार्थक है और आज भी उनकी शिक्षाओं की उतनी ही आवश्यकता है। प्रयागराज में चल रहे महाकंुभ ने साबित कर दिया है कि हमारे देश को जातियों में विभाजित करने का षड़यंत्र देश अब स्वीकार नहीं करेगा। करोडों़-करोड़ों देशवासी गंगा मैय्या, त्रिवेणी में स्नान करके अपने आपको को धन्य मान रहे हैं और जातियों के भेद को समाप्त करते हुए दिखाई दे रहे हैं। संत शिरोमणी गुरू रविदास जी महाराज ने अपनी कठौती में गंगा प्रकट कर यह दिखा दिया था कि धर्म, कर्म, ज्ञान, विज्ञान के उपर किसी भी प्रकार की जाति-पाति का बंधन नहीं है। आज के इस मौके पर हम इस महान संत को नमन करते हैं।
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