जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने ‘जे.सी. बोस उत्कृष्टता पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा की
चंडीगढ़, 2 दिसंबर
जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने सर जगदीश चंद्र बोस की 162वीं जयंती के उपलक्ष्य में अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में ‘जे.सी. बोस उत्कृष्टता पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा की है।
यह पुरस्कार होनहार विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों को समाज की विभिन्न समस्याओं के समाधान में योगदान देने वाले उनके अनुसंधान और नवाचार के लिए दिया जाएगा।
यह जानकारी कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आईओटी स्टार्ट-अप चैलेंज 2020 प्रतियोगिता के समापन समारोह में दी।
कुलपति ने कहा कि यह पुरस्कार दो श्रेणियों में दिया जायेगा। पहली श्रेणी में संकाय सदस्य और दूसरी श्रेणी में शोधार्थी तथा विद्यार्थी शामिल होंगे।
आईओटी स्टार्ट-अप चैलेंज 2020 प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता प्रख्यात चिंतक एवं समाज सुधारक श्री इन्द्रेश कुमार द्वारा की गई। इस अवसर पर फरीदाबाद के विधायक श्री नरेंद्र गुप्ता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत संचालित भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के महानिदेशक डॉ. ओमकार राय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा आईओटी स्टार्ट-अप चैलेंज 2020 में श्रेष्ठ चुने गए विद्यार्थियों के स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट्स को विश्वविद्यालय के टेक्नोलॉजी इंक्यूबेशन सेंटर में तीन लाख रुपये तक की सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा की गई।
इस दौरान, ज्यूरी इन्वेस्टर्स ने विद्यार्थियों के सात स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट को निवेश के लिए तकनीकी तथा वित्तीय व्यवहारिकता को लेकर बातचीत का निमंत्रण दिया। ज्यूरी इन्वेस्टर्स द्वारा विद्यार्थियों के स्टार्ट-अप प्रोजेक्ट्स में कुल 5 करोड़ रुपये तक निवेश की प्रतिबद्धता जताई गई है।
इससे पहले, श्री इन्द्रेश कुमार ने केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री. कृष्णपाल गुर्जर की ओर से विश्वविद्यालय में बहुउद्देशीय सभागार ‘शाकुन्तलम’ का उद्घाटन किया। उन्होंने आईओटी स्टार्ट-अप चैलेंज के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया।
विश्वविद्यालय द्वारा आईओटी स्टार्ट-अप चैलेंज 2020 की शुरूआत देश में आधुनिक विज्ञान के जनक सर जगदीश चन्द्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में की गई थी, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के इनोवेटिव स्टार्ट-अप आइडिया को प्रोत्साहित करना और सहयोग देना है।
समारोह में प्लेसमेंट, एलुमनाई तथा कॉर्पोरेट मामलों के डीन प्रो. विक्रम सिंह ने बताया कि आईओटी स्टार्ट-अप चैलेंज 2020 के दौरान कुल 50 से अधिक स्टार्ट-अप प्रविष्टियां प्राप्त हुई थी, जिसमें से 23 प्रोजेक्ट्स को पहले दौर में और 10 प्रोजेक्ट्स को अंतिम दौर में शॉर्टलिस्ट किया गया।