बच्चों के अधिकारों के लिए दिए जाएंगे ‘नेहरू बाल संरक्षण पुरस्कार’
जयपुर, 02 मार्च। प्रदेश में बालक-बालिकाआें के अधिकाराें के लिए काम करने आैर
उनके संरक्षण काे बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस क्षेत्र से जुड़े लोगाें काे प्राेत्साहित करने के
लिए राजस्थान में ‘नेहरू बाल संरक्षण पुरस्कार’ दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत ने
यह अहम फैसला लेते हुए ‘नेहरू बाल संरक्षण पुरस्कार योजना-2021’ काे वित्तीय स्वीकृति
तथा इसके दिशा-निर्देशाें के प्रारूप काे मंजूरी दी है।
गहलोत द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, समेकित बाल संरक्षण सेवाएं
(आईसीडीएस) योजना के तहत संचालित हाेने वाली इस पुरस्कार योजना का वार्षिक वित्तीय
भार 5.59 लाख रूपये हाेगा, जिसे किशाेर न्याय निधि से वहन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सभी बच्चों काे बेहतर शिक्षा आैर स्वास्थ्य
सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा उनके अधिकाराें के संरक्षण के उद्देश्य से राज्य बजट 2020-21
में 100 करोड़ रूपये की राशि से देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम से
‘नेहरू बाल संरक्षण काेष’ गठन की घाेषणा की थी। इस काेष का उपयोग बच्चाें की तस्करी
आैर बाल मजदूरी जैसी अवैध गतिविधियाें पर अंकुश लगाने के लिए भी किया जाना प्रस्तावित
है। इसी क्रम में बाल संरक्षण पुरस्कार योजना संचालित की जाएगी।