राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाया गया

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वर्ष 2020-21 के दौरान 7,84,951 व्यक्तियों की की गई जांच
स्क्रीनिंग मुहिम के दौरान 3217 कैंसर के मरीज पाये गए
चण्डीगढ़, 4 फरवरीः
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कैंसर की बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने, रोकथाम, खोज और इलाज को उत्साहित करने के लिए राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाया गया। जहां कैंसर की रोकथाम के लिए स्क्रीनिंग मुहिम भी चलाई जा रही है जिससे कैंसर के मरीजों की समय रहते जांच करके कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचा जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि कैंसर के कारण होने वाली मौतों को रोकने के उद्देश्य से पंजाब सरकार की तरफ से स्वास्थ्य कर्मचारियों की मदद से आई.ई.सी (सूचना, शिक्षा और संचार) सम्बन्धी गतिविधियां अपना के कैंसर संबंधी जागरूकता और शिक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान स्क्रीनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत 7,84,951 व्यक्तियों की जांच की गई जिनमें से 3217 कैंसर के मरीज पाये गए। उन्होंने कहा कि यह स्क्रीनिंग मुहिम ऐसे नये कैंसर मरीजों के लिए वरदान सिद्ध हुई है क्योंकि वह अब अपनी सेहतयाबी के लिए समय रहते इलाज करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर कैंसर मरीज के इलाज के लिए मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष की तरफ से 1.50 लाख रुपए की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई जा रही है और अब तक कैंसर के 64,158 मरीजों को 836 करोड़ रुपए मंजूर किये गए हैं।
सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना संबंधी जानकारी देते हुये श्री सिद्धू ने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत कैंसर के मरीजों को 5 लाख रुपए तक की नकद-रहित इलाज सेवाएं भी मुहैया करवाई जा रही हैं और कुल 35.07 करोड़ रुपए खर्च से 18,815 मरीजों का मुफ्त इलाज किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि 30 वर्ष से अधिक आयु की आबादी की ए.एन.एम. की तरफ से 3 किस्मों के कैंसर जैसे ओरल, ब्रैस्ट और सरवाईकल सम्बन्धी जांच की जा रही है। ए.एन.एमज़ और अन्य पैरा मैडीकल स्टाफ को जांच करने सम्बन्धी प्रशिक्षण दिया गया है जिससे समय रहते कैंसर की उक्त किस्मों की पहचान की जा सके। इस दौरान पाये गए शक्की मामलों को आगे जांच और इलाज के लिए आगे रैफर किया गया।

पंजाब राज्य में कैंसर के इलाज के लिए स्वास्थ्य संस्थाएं
स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, अमृतसर – 120 करोड़ (60फीसदी केंद्र का हिस्सा  और 40 फीसदी राज्य सरकार का हिस्सा) रुपए की लागत नाल.राज कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना सरकारी मैडीकल कालेज, अमृतसर में की जा रही है। पी.एच.एस.सी. की तरफ से निर्माण का काम चलाया जा रहा है और लगभग 61 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
ट्रशरी कैंसर केयर सैंटर, फाजिल्का – भारत सरकार ने जिला फाजिल्का में 50 बिस्तरों वाले ट्रशरी कैंसर केयर सैंटर (टी.सी.सी.सी.) को मंजूरी दे दी है। इसको स्थापित करने के लिए 45 करोड़ रुपए की लागत आई है। पी.एच.एस.सी. की तरफ से इसके निर्माण का काम चलाया जा रहा है और लगभग 69 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
ट्रशरी कैंसर केयर सैंटर, होशियारपुर – ट्रशरी कैंसर केयर सैंटर (टी.सी.सी.सी.), होशियारपुर की स्थापना का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजी जा चुका है और इसकी मंजूरी मिलनी अभी बाकी है।
राज्य सरकार की तरफ से बठिंडा में 100 बिस्तरों वाला एडवांस्ड कैंसर डायगनास्टिक ट्रीटमेंट एंड रिर्सच सैंटर स्थापित किया गया है। यहाँ ट्रशरी स्तर के सेवा उपकरण प्रदान करवाए गए हैं।
जिला अस्पताल संगरूर में टी.एम.सी. मुंबई के सहयोग से होमी भाभा कैंसर केयर फैस्लिटी स्थापित की गई है। यह अस्पताल अत्याधुनिक उपकरणों के साथ लैस है।
मुल्लांपुर में 300 बिस्तरों वाला कैंसर अस्पताल  – भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और टाटा मेमोरियल कैंसर रिर्सच सैंटर मंुबई के सहयोग से मुल्लांपुर (मैडीसिटी, न्यू चण्डीगढ़) में 300 बिस्तरों वाला कैंसर इलाज केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसका ले-आउट प्लान प्रक्रिया अधीन है।
राज्य के सभी मैडीकल कालेजों को कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए अत्याधुनिक उपकरण मुहैया किये गए हैं।

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