महामारी से लड़ने के लिए हमें सार्वजनिक व्यवस्थाओं को मजबूत करने की जरूरत है, उसे बेचने की नहीं

सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के लिए बादल और कैप्टन जिम्मेदार – हरपाल चीमा

खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को कोरोना ने उजागर कर दिया

चंडीगढ़, 29 अप्रैल 2021

पंजाब में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले और देश में सर्वाधिक मृत्युदर पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी(आप) ने कहा कि यह पिछले तीन दशक में एक रणनीति के तहत खराब की गई स्वास्थ्य व्यवस्था का नतीजा है। स्वास्थ्य व्यवस्था की वर्तमान बदहाली के लिए पिछली अकाली–भाजपा सरकार और वर्तमान की कैप्टन सरकार जिम्मेदार है। गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक प्रेस बयान में आप के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब में आज तक अकाली दल बादल, भाजपा और कांग्रेस की सरकारें रही है। प्रदेश के लोग एक से दुखी होकर दूसरे को सत्ता सौंपते रहे, लेकिन कैप्टन और बादल ने प्राइवेट हॉस्पीटलों को प्रोत्साहन देने के चक्कर में सरकारी अस्पतालों का हाल एक दूसरे से बढ़कर खराब किया। अगर पिछले चार साल की ही बात करें तो कैप्टन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक करने के लिए क्या कदम उठाए, इसका जवाब कांग्रेस नेताओं के पास नहीं है।

चीमा ने कहा कि राज्य के सरकारी हॉस्पीटलों की स्थिति बेहद खराब है। कैप्टन सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में एक भी नए सरकारी अस्पताल बनाए। जो सरकारी अस्पताल हैं उसमें भी संसाधनों और मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। आज अस्पतालों में न डॉक्टर है, न अच्छी लेबोरेटरी है, न दवाएं हैं, न ऑक्सीजन है और न ही पर्याप्त वेंटिलेटर है। कैप्टन सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के बजाए अपना झूठा प्रचार करती रही, लेकिन कोरोना ने राज्य की बदतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का उजागर कर दिया। आज पंजाब में देश में सबसे अधिक मृत्यु दर 2.8 प्रतिशत है। वहीं दिल्ली में पंजाब से ज्यादा मामले होने और घनी आबादी के बावजूद मृत्यु दर पंजाब से आधी 1.39 प्रतिशत है।

स्वास्थ्य सेवाओं को निजी हाथों में सौंपे जाने पर उन्होंने कहा कि जो सरकारें सारी सरकारी कंपनियां बेचने पर आमदा थी, आज उसे खुद ऑक्सीजन प्लांट लगाना और खरीदना पड़ रहा है। कोरोना ने हमें सिखाया है कि सरकार को सार्वजनिक व्यवस्थाओं को मजबूत करने की आवश्यकता है, उसे बेचने की नहीं। इसका उदाहरण दिल्ली है, जहां केजरीवाल सरकार ने सरकारी अस्पतालों की स्थिति को बेहतर बनाया जिसके कारण कोरोना से लोगों की जान, आज बच रही है।

पिछली अकाली-बादल सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि बादल ने पंजाब में सरकारी अस्पतालों की कीमती जमीन पर प्राइवेट अस्पताल बनवाए। कैप्टन सरकार ने भी कई सरकारी अस्पतालों की जमीन प्राइवेट अस्पतालों को दी। इनलोगों ने सरकारी अस्पतालों पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसका खामियाजा आज पंजाब के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कैप्टन और बादल आज जवाब दें कि उन्होंने जिन लोगों को मुफ्त में प्राइवेट अस्पताल के लिए जमीन दी, वे आज कितने गरीबों का इलाज कर रहे हैं? चीमा ने पंजाब सरकार से अपील की कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए तुरंत बड़ी संख्या में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफों की भर्ती की जाए और स्वास्थ्य विभाग को कोरोना के लिए स्पेशल बजट का आवंटन किया जाए।

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