जींद जिला में प्रशासन की फुल प्रुफ प्लानिंग तोड़ रही कोरोना संक्रमण का कुचक्र

कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी किये गए व्यापक प्रबंध
जींद 18 मई,2021 जींद जिला में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने तथा संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिला प्रशासन द्वारा फुल प्रुफ प्लानिंग के तहत काम किया जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से जिला प्रशासन को कोरोना संक्रमण के कुचक्र को तोडऩे में काफी हद तक सफलता भी हासिल हुई है। टैस्टिंग के दायरे को भी बढाया गया है और इसके बावजुद भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है।
जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने तथा मरीजों के इलाज के लिए तमाम कदम उठाए जा रहे है। विगत सोमवार तक दो लाख 36 हजार 763 लोगों के कोरोना टेस्ट किये जा चुके है। जिनमें से 19 हजार 129 सैम्पलों की रिपोर्ट कोरोना पोजिटिव मिली हैं। कोविड मरीजों के इलाज के लिए जिला के सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में 498 बेडों की व्यवस्था है,जिनमें से सरकारी अस्पताल में 118 आक्सीजन बेड व निजी अस्पतालों में 88 बेड उपलब्ध हैं। इन व्यवस्थाओं के अलावा जिला में 4 डेडिकेडिट अस्पताल, 12 कोविड हैल्थ केयर सेंटर स्थापित हैं। सरकारी व प्राईवेट अस्पतालों में 3० वेंटिलेटर फिलहाल उपलब्ध हैं। किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नही है। क ोविड मरीजों क ो किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए अस्थाई अस्पताल भी स्थापित करवाए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए गांव-गांव अस्थाई आइसोलेशन सेंटर स्थापित करवाए जा रहे हैं, अब तक जींद जिला के 5० से अधिक गांवों में यह सेंटर स्थापित हो चुके हैं। इन केन्द्रों में कोविड मरीजों के इलाज के लिए तमाम चिक्तिसा व्यवस्थाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। उपायुक्त डॉ आदित्य दहिया तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित करवाए गए इन केन्द्रों का दौरा कर चिक्तिसा व्यवस्थाओं का लगातार जायजा ले रहे हैं। इन सेेंंटरों में सभी व्यवस्थाएं पूर्ण रखने के लिए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश भी दिये जा चुके हैं।
जींद जिला में अब तक 16 हजार 635 क ोविड मरीज रिकवर हो चुके हैं। जिला की रिकवरी दर 87 प्रतिशत से भी अधिक है। घरों में आईसोलेट होकर भी कोरोना संक्रमित मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। फिलहाल जिला में कुल 1788 ऐसे कोरोना संक्रमित व्यक्ति हैं, जो होम आईसोलेट हैं। इन मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से मैडिकल किट की होम डिलवरी भी करवाई जा रही है ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो। समय-समय पर होम आईसोलेट मरीजों से दूरभाष पर बातचीत कर उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सलाह भी दी जा रही हैं अगर किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति को किसी भी चीज की आवश्यकता है तो वे हैल्प लाईन नम्बर भी सम्पर्क कर सकते हैं। मई माह में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरा भी तेजी से करवाया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से वंचित न रहें, इसके लिए जिला में 33 टीकाकरण केंद्र संचालित हैं। विगत सोमवार तक जिला के एक लाख 37 हजार 848 लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
जिला में कोरोना संक्रमण के चक्र को तोडने के लिए रात्री कालीन कफ्र्यू का शक्ति से पालन करवाया जा रहा है। सरकार द्वारा जारी एसओपी की भी जिला में दृढता से पालना करवाई जा रही है। जो लोग सार्वजनिक स्थलों पर बगैर मास्क के घूमते पाए जाते है तो उनके चालान किये जा रहे है तथा सम्बंधित अधिकरियों को यह भी निर्देश दिए गए है कि अगर कोई भी व्यक्ति कोरोना को लेकर जारी नियमों की उल्लंघना करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। सभी सरकारी कार्यालयों /संस्थानों के मुखियाओं को निर्देश दिये गए है कि वे अपने संस्थानों में 5० प्रतिशत कर्मियों को ही कार्यालयों में बुलाएं। कालाबाजारी पर अंकुश लगाने तथा अस्पतालों में दवाईयों ,आक्सीजन सिलेंडरों समेत अन्य व्यवस्थाएं पूर्ण करने के लिए अधिकारियों की डयूटियां लगाई हुई हैं। गठित टीमों द्वारा छापेमारी कर बडी संख्या में आक्सीजन सिलेंडर भी जब्त किये गए हैं। इनका उपयोग हस्पतालों में करवाया जा रहा है। इन व्यवस्थाओं के अलावा जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित चक्र को तोडने के लिए कई और भी ठोस कदम उठाए गए है। परिणाम स्वरूप जींद जिला में कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकु श लगाने में जिला प्रशासन को सफलता हासिल हो रही है।
समाज सेवी संस्थाएं भी दे रही है अहम सहयोग: कोरोना संक्रमण के चक्र को तोडने के लिए जिला प्रशासन दिन-रात एक किये हुए है,अधिकारी/ कर्मचारी पूरी तन्म्यता के साथ डयूटी निभा रहे हैं, उधर समाज सेवी संस्थाएं भी इन विपरित हालातों में मानवता के प्रति अपने फर्ज को पूरी निष्ठा के साथ निभा रही हैं। कई सामाजिक संस्थाएं मरीजों व उनके परिजनों के लिए खाना,पानी,फल इत्यादी की निशुल्क व्यवस्थाएं कर रही हैं। कई संस्थाओं ने ऑक्सीमीटर व अन्य चिक्तिसा उपकरण,मास्क व सेनेटाईजर भी लोगों में वितरित कर रही हैं। उपायुक्त डॉ आदित्य दहिया द्वारा भी कई बार ऐसी समाज सेवी संस्थाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर चुके हैं।

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