कहा, राज्य में स्वास्थ्य सहूलतें मज़बूत करने के लिए 1000 हैल्थ एंड वैलनैस सैंटर और खुलेंगे
गाँव रब्बों ऊँची में बाबा महाराज सिंह के नाम पर सैंटर खोलने का ऐलान
बाबा महाराज सिंह जी के राज्य स्तरीय शहीदी दिवस पर पंजाब सरकार की तरफ से श्रद्धा और सत्कार भेंट
चंडीगढ़/ लुधियाना, 5 जुलाई:
पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा है कि कोविड-19 के कारण विश्व भर में पैदा हुई मौजूदा स्थिति से निपटने में पंजाब ने देश भर में मिसाल पैदा की है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा समय पर लिए सही फ़ैसलों के कारण आज पंजाब बड़े स्तर पर इस बीमारी की मार से बच गया है। वह आज गांव रब्बों ऊँची में बाबा महाराज सिंह जी के शहीदी दिवस से सम्बन्धित राज्य स्तरीय समागम में बतौर मुख्य मेहमान मीडिया के साथ बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि आज राज्य के लोगों को टैस्ट और इलाज आदि के लिए निजी अस्पतालों या अन्य जगह भटकने की ज़रूरत नहीं है। राज्य के सरकारी अदारों में रोज़मर्रा के 10 हज़ार से ज्यादा टैस्ट किये जा रहे हैं। अमृतसर स्थित एक लैबोरटरी की तरफ से लोगों की झूठी पॉजिटिव रिपोर्टों संबंधी पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विभाग की तरफ से उस लैब का लायसेंस कैंसल कर दिया गया है। भविष्य में भी ऐसी किसी लैब के साथ कोई रियायत नहीं की जायेगी।
उन्होंने इस मौके पर गाँव रब्बों ऊँची में बाबा महाराज सिंह जी के नाम पर एक महीने में हैल्थ एंड वैलनैस सैंटर खोलने का ऐलान करते हुये कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से राज्य में स्वास्थ्य सहूलतों का विकास करने के लिए हर प्रयास अपनाया जा रहा है। राज्य भर में ऐसे 2900 सैंटर स्थापित किये जा रहे हैं, जिनमें से 1900 बना दिए गए हैं जबकि बाकी 1000 भी जल्द ही चालू कर दिए जाएंगे।
इसी तरह उन्होंने गाँव रब्बों ऊँची में बाबा महाराज सिंह जी की प्रतिमा स्थापित करने और पंजाब के मुख्यमंत्री के ऐच्छिक कोटे में से गाँव के विकास के लिए 5 लाख रुपए का अनुदान जारी करने का ऐलान किया।
बाबा महाराज सिंह जी को श्रद्धा और सत्कार भेंट करते हुये उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता को बनाई रखने के लिए आज समय की ज़रूरत है कि देश के आज़ादी संग्राम में कीमती योगदान डाल कर पहले सिख शहीद का रुतबा हासिल करने वाले भाई महाराज सिंह जी की तरफ से दिखाऐ गये रास्ते पर चला जाये।
उन्होंने कहा कि आज़ादी प्राप्त करनी आसान है परन्तु इसको बरकरार रखना बहुत कठिन है। बाबा महाराज सिंह जैसी देश भक्त सख्सियतों ने देश को आज़ाद करवाने के लिए संघर्ष किया और अपने प्राण न्योछावर कर दिए। आज ज़रूरत है कि देश निवासी इस आज़ादी को बरकरार रखने के लिए उनकी तरफ से दिखाऐ रास्ता पर चलें।
उन्होंने कहा कि समय -समय की सरकारों के आश्रित लेखकों ने देश के आज़ादी संंघर्ष की शुरुआत 1857 के विद्रोह को साबित करने की कोशिश की है परन्तु इतिहास गवाह है कि देश की आज़ादी के लिए संघर्ष बाबा महाराज सिंह ने उस समय पर ही शुरू कर दिया था, जब उन्होंने सिख साम्राज्य के आखिऱी शासक महाराजा दलीप सिंह को अंग्रेज़ हकूमत की गिरफ़्त में से छुड़वाने के लिए संघर्ष शुरु कर दिया था। यह सिख कौम और देश की बदकिसमती ही थी कि बाबा महाराज सिंह की तरफ से अपने साथियों के साथ मिल कर बनाई गई योजना का अंग्रेज़ हकूमत को पता लग गया और उन्होंने बाबा महाराज सिंह जी को कैद करके सिंगापुर भेज दिया और लाखों कष्ट दिए, जिसके नतीजे के तौर पर उनकी 5 जुलाई, 1856 को वहीं शहादत हो गई। बाबा महाराज सिंह ने अपने जीवन के दौरान अंग्रेज़ों के विरुद्ध विभिन्न पक्षों को इक_े करने पर बहुत ज़ोर लगाया।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के गौरवमई इतिहास को सँभालने के लिए दृढ़ संकल्प है और इसी कारण बाबा महाराज सिंह जी की प्रतिमा गाँव रब्बों ऊँची में स्थापित की जायेगी जिससे सिख इतिहास के जांबाज हीरे की याद को ताज़ा रखा जा सके और आज के लोग उनके संघर्षमय जीवन से सीख ले सकें। उन्होंने बाबा महाराज सिंह जी की तस्वीर पर फूल अर्पित करके श्रद्धाँजलि भेंट की।
समागम को संबोधन करते हुये हलका पायल के विधायक स. लखबीर सिंह लक्खा ने गाँव रब्बों ऊँची और इलाके की माँगों से अवगत करवाया और माँग की कि हलके के विकास के लिए इन माँगों को पहल के आधार पर पूरा किया जाये। समागम के दौरान अन्यों के अलावा लोक सभा मैंबर डाक्टर अमर सिंह, समराला के विधायक स. अमरीक सिंह ढिल्लों, खन्ना के विधायक स. गुरकीरत सिंह कोटली, विधायक बस्सी पठाणा स. गुरप्रीत सिंह जी पी, पूर्व मंत्री स. मलकियत सिंह दाखा, जि़ला परिषद चेयरमैन यादविन्दर सिंह जंडाली, जि़ला पुलिस प्रमुख स. हरप्रीत सिंह, एस. डी. एम. पायल स. मणकमल सिंह चाहल, मंत्री के राजनैतिक सचिव श्री हरकेश चंद शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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