पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी यूनिवर्सिटी को वित्तीय संकट में से निकालने के लिए हर संभव सहायता की जायेगी

वित्त मंत्री के नेतृत्व में हुई मीटिंग में सरकार की तरफ से पंजाबी यूनिवर्सिटी को वित्तीय संकट में से उभारने के लिए 20 करोड़ रुपए का विशेष अनुदान जारी करने का फैसला
चंडीगढ़, 22 जुलाई:
पंजाब सरकार की तरफ से पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला को वित्तीय संकट में से बाहर निकालने के लिए हर संभव सहायता की जायेगी। आज यहाँ से जारी बयान में जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि आज पंजाब भवन चण्डीगढ़ में वित्त मंत्री श्री मनप्रीत सिंह बादल की अध्यक्षता अधीन पंजाबी यूनिवर्सिटी कोमौजूदा वित्तीय संकट में से निकालने सम्बन्धी एक उच्च स्तरीय मीटिंग की गई। मीटंग के दौरान वायस चांसलर पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला डा. बी.एस घूमन्न की तरफ से पेश की गई रिपोर्ट के आधार पर वित्त मंत्री श्री मनप्रीत सिंह बादल ने यूनिवर्सिटी को वित्तीय संकट से उभरने के लिए वित्त विभाग को तुरंत 20 करोड़ रुपए की राशि बतौर स्पैशल अनुदान जारी करने की हिदायत की।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि मीटिंग के दौरान वायस चांसलर पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला को हिदायत की गई कि सरकार की तरफ से श्री एम.एस नारंग (आई.ए.एस रिटायर्ड) जिनको बतौर विशेष अधिकारी यूनिवर्सिटी में विशेष तौर पर यूनिवर्सिटी की वित्तीय स्थिति सुधारने हेतु वायस चांसलर की मदद के लिए तैनात किया गया है की सहायता से यूनिवर्सिटी की तरफ से अगामी मीटिंग जोकि अगस्त महीने के पहले हफ्ते रखी जायेगी, के दौरान अपने खर्चों को घटाने के लिए ठोस उपाय /सुझाव दिए जाएँ। यह भी हिदायत की गई कि उसमें यूनिवर्सिटी की तरफ से एक मुकम्मल और स्वै-स्पष्ट रोड मेप यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत को फिर राह पर लेकर आने के लिए वायस चांसलर पंजाबी यूनिवर्सिटी की तरफ से पेश किया जाये। अगामी मीटिंग से दौरान यूनिवर्सिटी की तरफ से कितने वित्तीय साधन जुटाए गए हैं संबंधी भी रिपोर्ट पेश की जाये।
मीटिंग के दौरान ऑडिटर जनरल पंजाब की रिपोर्ट पर भी वायस चांसलर पंजाबी यूनिवर्सिटी को ठोस और निर्णायक कार्यवाही करने के लिए कहा गया। यह भी फ़ैसला लिया गया कि भविष्य में वित्तीय, अकादमिक और इम्तिहानों सम्बन्धी जिसमें टीचिंग और नॉन-टीचिंग अमले की रैशनलायजशन भी शामिल है, सम्बन्धी सुधार लाने की स्थिति में ही यूनिवर्सिटी को और वित्तीय सहायत देने पर विचार किया जायेगा। इन सभी मुद्दों पर फ़ैसला लेने के लिए सिंडिकेट की मीटिंग भी जल्द से जल्द बुलाने के लिए वायस चांसलर पंजाबी यूनिवर्सिटी को हिदायत की गई।
इस मौके पर यह भी फ़ैसला लिया गया कि यूनिवर्सिटी अपने कैंपस और अपने से सम्बन्धित कालेजों में तुरंत दाखि़ले शुरू करेगी।
इससे पहले मीटिंंग के दौरान डा. घूमन्न की तरफ से यूनिवर्सिटी की बुरी वित्तीय हालत संबंधी जानकारी देते हुए सरकार से अपील की कि वह मालवे की सिरमौर यूनिवर्सिटी की इस संकट की घड़ी में मदद करे जिससे कि यूनिवर्सिटी के मुलाजिमों के वेतन और पैंशन आदि के बकाए अदा किये जा सकें।
मीटिंग के दौरान सचिव उच्च शिक्षा श्री राहुल भंडारी और सचिव वित्त श्री के.ए.पी सिन्हा, डी.पी.आई कालेजों पंजाब और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के वायस चांसलर डा.घुमन्न उपस्थित थे।
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