स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सीनियर मैडीकल अधिकारियों को ड्रग वेयर हाऊस में दवाओं की ऑनलाइन मांग अडवांस में करने की हिदायत
चंडीगढ़, 14 अक्तूबर:
पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए रीजऩल ड्रग वेयर हाऊस से जि़ला अस्पताल, सब -डिवीजऩल अस्पताल, कम्युनिटी हैल्थ सैंटर और ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सीधे तौर पर दवाओं की सप्लाई करने का फ़ैसला लिया है। इस बात का खुलासा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने एक प्रैस बयान के द्वारा किया।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले जि़ला अस्पताल रीजऩल ड्रग वेयर हाऊस से सप्लाई लेकर आगे अस्पतालों को बाँटते थे जिस कारण कई अस्पतालों में ज़रूरी दवाओं की मुकम्मल सप्लाई नहीं हो पाती थी। उन्होंने कहा कि दवाओं की बिना-अड़चन के सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए अब सभी सरकारी अस्पताल दवाईयां रीजऩल ड्रग वेयर हाऊस खरड़ (मोहाली), बठिंडा और वेरका (अमृतसर) से सीधे तौर से प्राप्त करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सीनियर मैडीकल अधिकारियों की जि़म्मेदारी निर्धारित की गई है कि वह अपने अधीन आते अस्पतालों में मिलने वाली सभी मुफ़्त दवाओं के स्टॉक को बनाए रखें जिसके लिए एस.एम.ओ. दवाओं की ऑनलाइन माँग ई-औषधि के द्वारा एडवांस में यकीनी करें।
उन्होंने आगे बताया कि सिविल सर्जनों को भी हिदायतें जारी की कि वह आप निजी तौर पर सरकारी अस्पतालों में जाकर चैक करें कि मरीज़ों को मुफ़्त दवाएँ दी जा रही हैं कि नहीं जिससे जरूरतमंद मरीज़ों को अपनी जेब से पैसा ख़र्च कर दवाएँ न खऱीदनी पड़ें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है जिसके लिए मौजूदा समय में सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त दवाओं के स्टॉक उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी मरीज़ को सरकारी अस्पताल में मिलने वाली मुफ़्त दवा नहीं मिल रही हंै तो वह इस सम्बन्धी शिकायत 104 हेल्पलाइन नंबर पर कर सकता है।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने तीनों रीजऩल ड्रग वेयर हाऊस को भी कहा है कि कम- से -कम 3 महीनों की दवाओं का स्टॉक को यकीनी तौर पर बना कर रखें और यदि किसी कंपनी के साथ रेट कांट्रेक्ट ख़त्म होता है तो कंपनियों का ऑर्डर स्तर लाजि़मी तौर पर फिक्स करें जिससे ज़रूरी दवाओं का स्टॉक वेयर हाऊस में उपलब्ध रहे।