किस मकसद से दिल्ली सरकार के वकील हटाकर भाजपा अपना वकील लाना चाहती है?- राघव चड्ढा
भाजपा का लोक अभियोजन को बदलने के पीछे मकसद बदला लेना है, इंसाफ दिलाना नहीं- राघव चड्ढा
भाजपा की मंसा सिर्फ किसानों को सजा दिलाना और उनके आंदोलन को बदनाम करना है- राघव चड्ढा
बदला लेना ड्यूटी नहीं होती है, ड्यूटी होती है इंसाफ करना- राघव चड्ढा
अरविंद केजरीवाल करेंगे किसानों की रक्षा, भाजपा को नहीं लेने देंगे बदला- राघव चड्ढा
भाजपा की केंद्र सरकार 8 महीने से दिल्ली की दहलीज पर बैठे किसानों का मुद्दा सुलझाने में नाकाम रही है- राघव चड्ढा
केंद्र सरकार लगातार झगड़ालू होती जा रही है और हर किसी से झगड़ा कर रही है- राघव चड्ढा
केंद्र सरकार को अपने मन से झगड़े और बदले की भावना को निकाल कर सबके साथ मिल कर काम करना चाहिए- राघव चड्ढा
‘आप’ की हिदायत है कि भाजपा निष्पक्ष न्यायिक कार्रवाई में हस्तक्षेप न करे और निर्दोष किसानों को सजा दिलाने की नापाक कोशिशें बंद करे- राघव चड्ढा
चंडीगढ़, 05 जुलाई, 2021
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक राघव चड्ढा ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के मामलों में दिल्ली सरकार के लोक अभियोजक को हटाने की कोशिशों पर भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि निर्दोष किसानों से बदला लेने और उनको नुकसान पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार के वकील हटाकर भाजपा अपना वकील लाना चाहती है। उन्होंने सवाल किया कि किस मकसद से दिल्ली सरकार के वकील हटाकर भाजपा अपना वकील लाना चाहती है? लोक अभियोजन को बदलने का मकसद क्या है? भाजपा की मंसा सिर्फ बदले की भावना, किसानों को सजा दिलाना और उनके आंदोलन को बदनाम करना है। उन्होंने कहा कि बदला लेना ड्यूटी नहीं होती है, ड्यूटी होती है इंसाफ करना। अरविंद केजरीवाल किसानों की रक्षा करेंगे और भाजपा को बदला नहीं लेने देंगे। श्री चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार झगड़ालू होती जा रही है। केंद्र सरकार को अपने मन से झगड़े और बदले की भावना को निकाल कर सबके साथ मिल कर काम करना चाहिए। उन्होंने चेताया कि भाजपा निष्पक्ष न्यायिक कार्रवाई में हस्तक्षेप न करे और निर्दोष किसानों को सजा दिलाने की नापाक कोशिशें बंद करे।
भाजपा एक संयंत्र के तहत अपने मनपसंद वकील को दिल्ली सरकार पर थोपने की नाकाम कोशिश की है- राघव चड्ढा
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक राघव चड्ढा ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस देश में ‘भारतीय जनता पार्टी बनाम किसान’ की एक लड़ाई पिछले कई महीनों से चल रही है और दिन प्रतिदिन भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आता है। बीजेपी ने किसानों के खिलाफ एक जंग छेड़ी हुई है, उस जंग में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है। यह नया अध्याय है, किसानों के खिलाफ जो दिल्ली पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं, उन मामलों में भाजपा केजरीवाल सरकार के वकीलों को हटाकर अपने वकील लाना चाहती है। भाजपा इंसाफ की मंशा से नहीं, बल्कि बदले की मंसा से लाना चाहती है। भाजपा किसानों को नुकसान पहुंचाना चाहती है, किसानों को सजा दिलवाना चाहती है और किसानों से बदला लेना चाहती है। भाजपा संयंत्रकारी मंसूबों के चलते अपने मनपसंद वकील को दिल्ली सरकार पर थोपने की एक नाकाम कोशिश की है। भाजपा निर्दोष किसानों को फंसाने और बदला लेने के लिए अपना पब्लिक प्रॉसिक्यूटर लाना चाहती है और केजरीवाल सरकार का लोक अभियोजक (पब्लिक प्रॉसिक्यूटर) हटाना चाहती है।
एलजी ने केजरीवाल सरकार के वकीलों के कार्य की सराहना की है, फिर भी वे इन्हें हटाना चाहते हैं- राघव चड्ढा
राघव चड्ढा ने कहा कि कुछ दिन पहले दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली के गृहमंत्री के बीच एक वर्चुअल बैठक हुई थी। उस बैठक में भाजपा के मंसूबे साफ हो गए। उस बैठक में यह स्वीकारा गया कि दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त किए गए पब्लिक प्रॉसिक्यूटर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। यह भी माना गया कि दिल्ली सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर केस अच्छे से देख कर रहे हैं, मामलों में प्रगति भी है और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के खिलाफ कोई शिकायत भी नहीं है। लेकिन उस बैठक में भाजपा द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल ने यह बात कही कि हम फिर भी केजरीवाल सरकार के इन वकीलों को हटाएंगे। हम नए वकील लाना चाहते हैं, क्योंकि हम चाहते हैं कि किसानों को सजा मिले और हम उन्हें एक सबक सिखाना चाहते हैं। भाजपा की मंशा किसानों को सबक सिखाने की है, उनकी मंसा इंसाफ की नहीं है, बल्कि बदले की मंशा है। इसके चलते केजरीवाल सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को हटाकर बीजेपी किसान आंदोलन से संबंधित मामलों में अपना पब्लिक प्रॉसिक्यूटर लाना चाहती है, ताकि भाजपा किसानों को बदनाम कर पाए और उनसे बदला ले पाए।
भाजपा की मंसा सिर्फ किसानों से बदला लेने, उन्हें सजा दिलवाने और उनके आंदोलन को बदनाम करने की है- राघव चड्ढा
श्री चड्ढा ने कहा कि पिछले 8 महीने से देश का किसान, चाहे 2 डिग्री तापमान हो या 45 डिग्री की तड़पाती धूप हो, वो अपने हकों की लड़ाई लड़ने के लिए दिल्ली की दहलीज पर बैठे हैं। यह घमंडी और निर्दयी सरकार अभी तक इन किसानों का मुद्दा नहीं सुलझा पाई है। किसानों की मांग बिल्कुल स्पष्ट थी कि तीनों काले कानून खारिज किए जाएं, किसानों को एमएसपी की गारंटी कानून में लिख कर दी जाए और किसानों को उनके हक से वंचित न किया जाए, लेकिन मानो ऐसा लगता है कि केंद्र में बैठी भाजपा की मोदी सरकार ने कसम खा ली है कि किसानों के खिलाफ लड़ाई लड़नी है। इस झगड़ालू भाजपा की सरकार अब किसानों से इस हद तक जाकर लड़ाई लड़ रही है कि मामलों को प्रभावित किया जाए, जांच को प्रभावित किया जाए। यहां तक कि अब अभियोग (प्रॉसीक्यूशन) में भी घुसकर बीजेपी इसको भी प्रभावित करना चाहती है। उपराज्यपाल और दिल्ली के गृहमंत्री के बीच हुई बैठक में यह साफ हो गया कि भाजपा की मंशा सिर्फ एक है, और वह है निर्दोष किसानों से बदला लेना, किसानों को सजा दिलवाना और किसानों व इस किसानी आंदोलन को बदनाम करना।
दिल्ली में जब तक केजरीवाल सरकार है, भाजपा की केंद्र सरकार किसानों का कुछ नहीं बिगाड़ सकती- राघव चड्ढा
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि मैं भाजपा को यह कहना चाहता हूं कि जब तक दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, आप किसी भी किसान का बाल भी बांका नहीं कर सकते हैं। हम लोग इंसाफ के हक में हैं। आम आदमी पार्टी न्याय चाहती है, बदला नहीं चाहती है। आप बदले की भावना से केजरीवाल सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को हटाकर के बीजेपी के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को लाना चाहते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि दिल्ली सरकार का जो पब्लिक प्रॉसिक्यूटर हैं, क्या उनके खिलाफ कोई शिकायत है, क्या आप उनकी प्रदर्शन से खुश नहीं है, क्या वह मामले को हैंडल करने के काबिल नहीं है? जब ऐसी कोई बात है ही नहीं और जब उपराज्यपाल ने यह सारी बातें भरी बैठक में स्वीकारी है कि दिल्ली सरकार के वकील बहुत काबिल हैं। दिल्ली सरकार के वकील अच्छे से केस लड़ रहे हैं। दिल्ली सरकार के वकीलों की प्रगति से मैं खुश हूं और दिल्ली सरकार के वकीलों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है, तो फिर केजरीवाल सरकार के वकील हटाकर भाजपा के वकील को लाने की मंशा क्या है? यह आज हम पूछना चाहते हैं। अगर यह बदले की भावना नहीं है, तो फिर क्या है? उस बैठक में यह साफ किया गया कि भाजपा चाहती है कि किसानों को फंसाया जाए, किसानों को बदनाम किया जाए, उन्हें सजा दी जाए और एक सबक सिखाना चाहती है।
भाजपा आज हर किसी से लड़ाइयां लड़ रही है, अपने लोगों से लड़ाई लड़कर क्या मिलेगा?- राघव चड्ढा
उन्होंने आज आम आदमी पार्टी की ओर से भाजपा से कहा कि इस झगड़े और बदले की भावना को अपने मन से निकाल दीजिए। आप दिन-प्रतिदिन झगड़ालू बनते जा रहे हैं। आज आप हर एक लड़ रहे हैं। ट्वीटर से लेकर देश के किसान तक, छात्र से लेकर हर व्यक्ति से आज आप लड़ाइयां लड़ रहे हैं। अपने लोगों से लड़ाई लड़ कर क्या मिलेगा? देश का किसान देश का अन्नदाता है। देश का किसान देश का देवता है और उसकी पूजा होनी चाहिए। आज आपकी और हमारी थाली में अन्य सजता है, तो वह देश के किसान की वजह से सजता है। केंद्र सरकार के मन में देश के किसान के खिलाफ ऐसी बदले की भावना शोभा नहीं देती है। मैं भाजपा को कहना चाहूंगा कि आप सबके साथ मिलकर काम करें। पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी से ही थोड़ा सीख लें कि कैसे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई सबको साथ लेकर चला करते थे। आज आप सबसे लड़ाई कर रहे हैं। अपने अलायंस पार्टनर के साथ झगड़ा कर लिया, ट्विटर इंडिया से झगड़ा कर लिया और अब देश के किसानों झगड़ा कर रहे हैं।
देश के किसानों ने बड़े-बड़े घमंडी नेताओं को नीचे उतारा है, पश्चिम बंगाल इसका ताजा उदाहरण है- राघव चड्ढा
राघव चड्ढा ने कहा कि केजरीवाल सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को हटाकर भाजपा अपने वकील लाना चाहती है तकि देश के किसानों से बदला लिया जाए और बदनाम किया जाए। इस बदले की भावना को अपने मन से निकालिए और अगर राजनैतिक तौर पर आपको समझाना हो, तो देश के किसानों ने बड़े-बड़े घमंडी नेताओं को नीचे उतारा है। बड़ी-बड़ी सरकारों को हटाया है। इसलिए देश के किसान को कम न आंकें। देश का किसान जब एकजुट होकर अपने मत की ताकत से जवाब देगा, तब आपको पता लगेगा। इसका थोड़ा सा नजारा आप अभी पश्चिम बंगाल में देख कर आए हैं। मैं राजनैतिक, प्रशासनिक और सामाजिक तौर पर भी भाजपा को हिदायत देना चाहता हूं कि इस निष्पक्ष न्यायिक कार्रवाई में हस्तक्षेप न करें। निर्दोष किसानों को सजा दिलाने की अपनी नापाक कोशिशें बंद करें। जब तक दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, तब तक भाजपा की मोदी सरकार देश के किसान का बाल भी बांका नहीं कर पाएगी।