सांसदों ने चर्च स्थल का दौरा किया तथा ईसाई समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए उसी जगह पर चर्च का पुनर्निर्माण की मांग की
चंडीगढ़ 21 जुलाई 2021
शिरोमणी अकाली दल ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कहा है कि वे दक्षिणी दिल्ली में चर्च को गिराने के लिए ईसाई समुदाय से माफी मांगे तथा उसी जगह पर चर्च का पुनर्निर्माण किया जाए।
शिरोमणी अकाली दल के सांसदों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा तथा नरेश गुजराल ने आज चर्च की जगह का दौरा किया तथा आप आदमी पार्टी सरकार द्वारा ईसा मसीह सहित अन्य मूर्तियों का अनादर कर पवित्र जगह को इस तरह गिराने के तरीके पर हैरानी प्रकट की।
शिरोमणी अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल लिटिल फ्लावर चर्च के पादरी फादर जोस से मिले तथा उन्हे शिअद अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल की भावनाओं से अवगत करवाया तथा आश्वासन दिया कि पार्टी इस मुददे को संसद में उठाएगी। फादर जोस ने अपनी ओर से प्रतिनिधिमंडल को जानकारी दी कि दिल्ली सरकार ने 9 जुलाई शुक्रवार को एक नोटिस लगाया तथा दो दिनों बाद 12 जुलाई सोमवार को इसे गिराने पर आ गई। ‘‘ हमें जानबूझकर अदालत में आवेदन करने के लिए कोई समय नही दिया गया’’ फादर जोस ने कहा कि जो नोटिस लगाया गया था, वह मंदिर के लिए था न कि लिटिल फ्लावर चर्च के लिए था।
इस मुददे पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए सांसदों ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक स्थल को गिराए जाने से साबित हो गया है कि केजरीवाल अल्पसंख्यक विरोधी हैं। श्री नरेश गुजराल ने कहा कि यह भी साबित हो गया है कि केजरीवाल वास्तव में भाजपा की बी-टीम हैं। उन्होने चर्च गिराए जाने की जमकर निंदा की।
प्रो. चंदूमाजरा ने कहा कि यह निंदनीय है कि चर्च के रिकाॅर्ड की जांच नही की गई। उन्होने कहा कि यह सच है कि चर्च के अधिकारियों ने चर्च बनाने के लिए ग्राम सभा से जमीन खरीदी थी। उन्होने कहा ‘‘इसे मनमाने ढ़ंग से गिराया नही जा सकता’’ कहते हुए कहा कि इस तरह धार्मिक जगह को गिराना संविधान में धार्मिक आजादी का उल्लंघन है।
सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा कि चर्च को गिराना देश की धर्मनिरपेक्ष साख पर हमला करना है। ‘‘
धर्मनिरपेक्षता खतरे में हैं और हमें इसकी रक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए’’। उन्होने कहा कि शिरोमणी अकाली दल उसी जगह पर चर्च के पुनर्निर्माण के आंदोलन में ईसाई समुदाय के साथ है। उन्होने ईसाई समुदाय को पूरा समर्थन देने का आश्वासन देते हुए कहा ‘ हम पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हैं तथा चर्च का निर्माण उसी जगह पर होगा’’।
नेताओं ने कहा कि चर्च को गिराने ने केजरीवाल के दोहरेपन का पर्दाफाश कर दिया है। उन्होने कहा कि केजरीवाल पंजाब में भी इसी नीति का अभियास कर रहे हैं। ‘‘ आप पंजाब में भलाई के काम का दावा कर रही है, लेकिन हमेशा एक पंजाबी विरोधी एजेंडा आगे बढ़ाया है, जैसे जो दिल्ली और हरियाणा के लिए राज्य के नदी जल क्षेत्र में हिस्सेदारी की मांग रहा है, उसी तरह पंजाब के किसानों को पराली जलाने पर आपराधिक मामला दर्ज करवा रहा है और यहां तक कि पंजाब के थर्मल प्लांटों को बंद करवाने की कोशिश करने लिए कोर्ट में याचिका दायर कर रहा है। अब हमने दिल्ली में बहुसंख्यक नीति का पालन करते हुए आप पार्टी को लिटिल फ्लावर चर्च को गिराने का आदेश देते हुए देखा है। यह इस बात का सबूत है कि आप सुनियोजित तरीके से अल्पसंख्यक समुदायों को अधीन करने में विश्वास करती है।