पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचा रहा है कांग्रेसियों का आपसी मतभेद: हरपाल सिंह चीमा
सत्ता भोगकर चुनाव से पहले एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल कर पाक साफ नहीं हो सकते कांग्रेसी
चंडीगढ़ ,25 अगस्त 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सत्ताधारी कांग्रेस में आपसी कलह को राज्य और राज्य के लोगों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि कैप्टन और कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य कुर्सी हासिल करना था। साल 2017 में पहले कुर्सी के लिए लिखित में बड़े बड़े झूठे वादे कर इसे लूटा गया और अब दोनों नेता इसी कुर्सी के लिए आपस में लड़ रहे हैं। जिससे किसी और का नहीं बल्कि पंजाब और पंजाबियों के हितों को नुकसान हो रहा है क्योंकि पंजाब में कांग्रेस पार्टी सत्ता में है।
बुधवार को यहां पार्टी कार्यालय से जारी एक बयान में वरिष्ठ नेता और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों का जो गुट आज पंजाब’ की वकालत करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली अपनी सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहा है, वह बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा कि इन कांग्रेसियों के आरोप आम आदमी पार्टी के कैप्टन सरकार पर पिछले साढ़े चार साल से बादल और मोदी के विलय को लेकर लगाए गए गंभीर आरोपों की पुष्टि करते हैं।
लेकिन आज साढ़े चार साल बाद आप द्वारा लगाए गए आरोपों को केवल कैप्टन अमरिंदर सिंह पर थोप कर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखजिंदर सिंह सुखी रंधावा, चरणजीत सिंह चन्नी,सुख सरकारिया जैसे नेता खुद भी पाक साफ साबित नहीं कर सकते।
चीमा ने कहा कि कथित तौर पर से सभी बागी कांग्रेसी भी पिछले साढ़े चार साल से ‘माफिया राज’ का हिस्सा रहे हैं। ये मंत्री पंजाब कैबिनेट द्वारा नियुक्त किए गए हैं तथा हर अच्छे या बुरे फैसले के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। जब विधायक और मंत्री चुपचाप या मुख्य रूप से वकालत कर सकते हैं, तो वे किसी एक व्यक्ति या गुट पर सरकार की विफलताओं को दोष नहीं लगा सकते।
उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल से प्रदेश और जनता के संसाधनों की अंधाधुंध लूट में भागीदार रही कांग्रेस पार्टी को आज आगामी विधानसभा चुनावों ने पंजाब की जनता के हितों की याद दिलाई है क्यों कि लोगों ने अब सरकार के कामों का हिसाब मांगना के साथ अब उस से सवाल पूछने भी शुरू कर दिए हैं।
हरपाल चीमा ने नवजोत सिंह सिद्धू समेत कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों से सवाल किया कि जिस समय आम आदमी पार्टी कैप्टन सरकार से माफिया, घातक नीतियों और पंजाब से जुड़े तमाम अहम मुद्दों पर विधानसभा के अंदर तथा बाहर जवाब मांगती रही थी, उस समय रंधावा-चन्नी और अन्य मंत्री छाती ठोक कर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ढाल क्यों बने थे। नवजोत सिद्धू महीनों तक अप्रत्यक्ष रूप से सरकार का समर्थन क्यों करते रहे?
चीमा ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस के मंत्री और विधायक कैप्टन की सरकार से इतने नाखुश हैं और सरकार से सहमत नहीं हैं तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते। खुद का पद छोड़े बगैर और मुख्यमंत्री को कुर्सी से हटाकर महज पांच महीनों में अब ये नेता कौन सी क्रांति लाएंगे?
कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के इस्तीफे की मांग करते हुए चीमा ने कहा कि अगर वे वास्तव में पंजाब समर्थक हैं तो उन्हें तुरंत सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए और पंजाब के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। वे कुर्सी की लालसा को मिटाने के लिए लोगों को गुमराह न करें
मंत्री बताएं देहरादून के लिए सरकारी काफिले का क्यों किया इस्तेमाल
चंडीगढ़- हरपाल सिंह चीमा ने सीटों के लिए कांग्रेस की खींचतान और मंत्रियों द्वारा देहरादून की यात्रा पर किए गए खर्च पर भी उंगली उठाई है। चीमा ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस में जब भी अंदरूनी कलह होता है, उसका सीधा प्रभाव पंजाब के खजाने पर पड़ता है। उन्होंने पूछा कि क्या सरकारी कारों के काफिले पर देहरादून गए मंत्री यह बताएंगे कि कांग्रेस सीट के लिए व्यक्तिगत लड़ाई का पंजाब के लोगों और सरकारी खजाने से क्या लेना-देना है? इस तरह के संघर्षों के दौरान पहले भी हेलीकॉप्टरों का दुरुपयोग किया जा चुका है इसका हिसाब कौन देगा?