धर्मसोत के साथ-साथ ‘आप’ ने विधायक धालीवाल के घर का घेराव करने का किया ऐलान 

harpal Singh Cheema, LoP Punjab

-भ्रष्टाचारियों को कालीन चिट देने की जिद न छोड़ी तो मुख्यमंत्री का फार्म हाऊस घेरेंगे – हरपाल सिंह चीमा
घोटाले में धालीवाल की भूमिका संदिग्ध, मुख्यमंत्री और जाखड़ की चुप्पी पर उठाए सवाल

चण्डीगढ़, 8 सितम्बर 2020
दलित विद्यार्थियों से सम्बन्धित पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (वजीफा) स्कीम के बहुकरोड़ी घोटाले में घिरे कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के साथ-साथ अब फगवाड़ा से कांग्रेसी विधायक बलविन्दर सिंह का नाम भी सामने आने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने धालीवाल के विरुद्ध भी फगवाड़ा में मोर्चा खोलने का ऐलान किया है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह और पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ के सामने सवाल उठाया है कि आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है कि मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष लाखों दलित विद्यार्थियों का सुनहरा भविष्य बर्बाद करने वाले मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और इस पूरे गिरोह को बचाने में लगे हुए हैं?
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि एक सीनियर आईएएस की ओर से दस्तावेजी सबूतों के साथ की जांच ने इस गिरोह के सरगना मंत्री समेत समूचे भ्रष्टतंत्र के राज खोल दिए हैं, परंतु मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह जिस बेबसी के कारण धर्मसोत को बर्खास्त करने से झिझक रहे हैं, उससे संदेह होता है कि दलित विद्यार्थियों के वजीफे की खुर्द-बुर्द हुई राशि का बड़ा हिस्सा मुख्यमंत्री के ‘मोती महल’ या सिस्सवां फार्म हाऊस पहुंचा है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि मंत्री और डिप्टी डायरैक्टर 64 करोड़ रुपए के योजनाबद्ध तरीके से घपला कर जाएं, परंतु सामाजिक भलाई विभाग के डायरैक्टर को भिनक तक भी न पड़े और उस समय डायरैक्टर बलविन्दर सिंह धालीवाल ही थे।
चीमा ने ऐलान किया कि जब तक धर्मसोत और बाकी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही और केस दर्ज नहीं किए जाते तब तक ‘आप’ का नाभा में जारी रोष धरना (जो आज 9वें दिन में प्रवेश कर गया है) जारी रहेगा और फगवाड़ा में एक ओर धरना शुरू किया जा रहा है। यदि फिर भी मुख्यमंत्री धर्मसोत को ‘कालीन चिट’ देने के लिए अड़े रहते हैं तो आते दिनों में ‘आप’ कैप्टन के फार्म हाऊस का घेराव करेगी।
हरपाल सिंह चीमा ने मांग की है कि इस घोटाले के लिए गठित केंद्रीय जांच टीम माननीय हाईकोर्ट की निगरानी में काम करे और जांच के दायरे में विधायक बलविन्दर सिंह धालीवाल की भूमिका की बारीकी के साथ पड़ताल की जाए।

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