….”राजनीति बहुत हो गई, अब हमें राजनीति छोड़ ‘पंजाबनीति’ करनी है” – अरविंद केजरीवाल
….अभियान से जुड़ने के लिए जारी किया मिस्ड कॉल नंबर ‘7070237070’
….कहा, पंजाब की खुशहाली और तरक्की में मिशन ‘नवां और सुनहरा पंजाब’ सहयोग करेगा एवं जाति व धर्म से ऊपर उठकर तीन करोड़ पंजाबियों को आपस में जोड़ने का काम करेगा
चंडीगढ़, 17 दिसंबर 2021
आम आदमी पार्टी ने मिशन 2022 के लिए अपना चुनावी अभियान ‘नवां और सुनहरा पंजाब’ शुरू किया। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर अपने इस नए अभियान की घोषणा की। केजरीवाल ने पंजाब के लोगों से राज्य की तरक्की व खुशहाली के लिए इस मिशन में साथ आने का आह्वान किया एवं अभियान से जुड़ने के लिए मिस्ड कॉल नंबर 7070 23 7070 भी जारी किया।
और पढ़ें :-पटियाला के 22 एमसी और अन्य सीनियर कांग्रेसी नेता पंजाब लोक कांग्रेस में हुए शामिल
पंजाब के लोगों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, “पंजाब गुरुओं की धरती है। पंजाबी लोग बहुत अच्छे और मेहनती इंसान होते हैं। फिर भी राज्य की हालत बेहद खराब है। पिछली सरकारों की भ्रष्ट नीतियों के कारण आज पंजाब के नौजवानों के पास नौकरी नहीं है। शिक्षा और नौकरी की तलाश में लाखों नौजवान विदेश चले गए। लाखों नौजवान नशे में डूब गए। पारंपरिक पार्टियों के नेताओं ने मिलकर पंजाब को लूटा और बर्बाद किया।” पंजाब को अब सिर्फ पंजाब के लोग ही बदल सकते हैं। केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि पंजाब की खुशहाली के लिए हमें गंदी राजनीति को जड़ से खत्म करना होगा और पंजाब व पंजाब के लोगों के हित के लिए काम की राजनीति को बढ़ावा देना होगा। पंजाब नीति का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा, ” राजनीति बहुत हो गई, अब हमें राजनीति छोड़ ‘पंजाबनीति’ करनी है।”
केजरीवाल ने पंजाब के लोगों से इस मिशन में जुड़ने की अपील करते हुए कहा, “पंजाब की खुशहाली और तरक्की के लिए के लिए हम आज अपना मिशन ‘नवां और सुनहरा पंजाब’ शुरू कर रहे हैं। यह मिशन पंजाब की तरक्की में सहयोग करेगा और जाति, धर्म व लिंग से ऊपर उठकर 3 करोड़ पंजाबियों को आपस में जोड़ेगा। हम इस मिशन के माध्यम से हम सभी पंजाबी को आपस में जोड़ेंगे चाहे वे किसी भी धर्म से हो, किसी भी जाति के हो। स्त्री हो या पुरुष, नौजवान हो या बूढ़े। सबको साथ जोड़कर पंजाब में भाईचारा और अमन-शांति कायम करेंगे। इस मिशन के माध्यम से हम सब साथ मिलकर पंजाब को बदलेंगे और राज्य के विकास के लिए योजनाएं बनाएंगे। बिजली, पानी, कृषि और व्यापार सभी मुद्दों पर लोगों से व्यापक चर्चा की जाएगी और चर्चा के आधार पर ही बदलाव की योजना तैयार की जाएगी।