ए.डी.जी.पी. कानून-व्यवस्था द्वारा होला महल्ला से पहले सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा

Arpit Shukla Police (ADGP)
ਏ.ਡੀ.ਜੀ.ਪੀ. ਕਾਨੂੰਨ ਤੇ ਵਿਵਸਥਾ ਵੱਲੋਂ ਹੋਲਾ ਮੁਹੱਲਾ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਦੀ ਸਮੀਖਿਆ
पुलिस को आगामी त्योहार के लिए श्री आनन्दपुर साहिब में सुरक्षा के पुख़्ता प्रबंध करने के निर्देश  
इस पवित्र धरती पर दुनिया भर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्प डैस्क स्थापित किए जाएंगे: ए.डी.जी.पी. अर्पित शुक्ला

चंडीगढ़/आनन्दपुर साहिब, 16 फरवरी 2023

मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार श्री आनन्दपुर साहिब में होला महल्ला के आगामी त्योहार के लिए पुख़्ता प्रबंधों को सुनिश्चित बनाने के लिए अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (ए.डी.जी.पी.) कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने आज यहाँ श्री आनन्दपुर साहिब में सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा लिया, जिससे शांतमयी जश्नों को सुनिश्चित बनाया जा सके।

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हर साल 3 दिन मनाया जाने वाला सिखों का त्योहार होला महल्ला 6 से 8 मार्च, 2023 तक श्री आनन्दपुर साहिब में मनाया जाएगा।
रूपनगर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डिप्टी कमिश्नर रूपनगर प्रीति यादव और सीनियर सुपरीटेंडैंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) रूपनगर विवेक शील सोनी के साथ समन्वय बैठक की अध्यक्षता करते हुए ए.डी.जी.पी अर्पित शुक्ला ने हिदायत की कि ख़ालसा पंथ की जन्म भूमि पर माथा टेकने के लिए दुनिया भर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुरक्षा के पुख़्ता प्रबंध किए जाएँ।

उन्हों ने आई.जी.पी और एस.एस.पी. को ट्रैफिक़ के सुचारू यातायात, वाहनों की पार्किंग, सुरक्षा प्रबंधों, श्रद्धालुओं के आने-जाने और ठहरने के प्रबंधों के लिए उपयुक्त योजना बनाने की हिदायत दी, जिससे श्रद्धालुओं को किसी किस्म की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। ए.डी.जी.पी. ने कहा कि इस बार लोगों के सुचारू यातायात और समाज विरोधी तत्वों पर नजऱ रखने के लिए ड्रोन तैनात किए जाएंगे।  उन्होंने कहा कि लोगों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदर्शित करने के लिए प्रमुख स्थानों पर बड़ी सक्रीनें लगाई जाएंगी। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा और ग़ुम हुईं एवं पाई गईं वस्तुओं के लिए हेल्प डैस्क स्थापित किए जाएंगे।

गौरतलब है कि होला महल्ला का त्योहार पंजाबियों और विशेष तौर पर सिख समुदाय की चढ़दीकला का प्रतीक है और इस त्योहार के अवसर पर श्री आनन्दपुर साहिब की पवित्र धरती पर अलग-अलग स्थानों से श्रद्धालू यहाँ नतमस्तक होने के लिए आते हैं।

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