मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर राणा सोढी के विरुद्ध दर्ज हो मुकदमा-हरपाल सिंह चीमा

HARPAL SINGH CHEEMA
ਕਿਸਾਨੀ ਅੰਦੋਲਨ ਦੇ ਸੁਨਿਹਰੇ ਪੰਨਿਆਂ ’ਤੇ ਕਾਲ਼ੇ ਅੱਖਰਾਂ ਵਿੱਚ ਲਿਖੀ ਜਾਵੇਗੀ ਬਾਦਲਾਂ ਦੀ ਦੋਗਲੀ ਨੀਤੀ: ਹਰਪਾਲ ਸਿੰਘ ਚੀਮਾ

जाखड़ द्वारा सोनिया गांधी को लिखी चि_ी ने ‘आप’ के आरोपों की पुष्टी की
चंडीगढ़, 27 जुलाई 2021
आम आदमी पार्टी (आप) के सीनियर नेता व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी को मंत्रीमंडल से तुरंत बर्खास्त करके उनके (राणा सोढी) खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राणा गुरमीत सिंह सोढी पर फिरोजपुर-फाजिल्का सडक़ पर पड़ते गांव मोहन-के-उताड़ में अधिग्रहण हुई जमीन पर दो बार मुआवजा लेने के लगे आरोप बेहद गंभीर हैं। आम आदमी पार्टी इस मामले से जुड़े दस्तावेजी सबूत हासिल कर चुकी है, जिसका जल्द ही विस्तार से खुलासा किया जाएगा।
चीमा ने कहा, ‘‘राणा सोढी पर दोहरे मुआवजे के बारे में आरोप सिर्फ हम (‘आप’) ही नहीं, बल्कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और बड़े नेता सुनील जाखड़ भी लगा रहे हैं। इस लिए कांग्रेस हाईकमांड और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को राणा सोढी पर तुरंत सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।’’
नेता प्रतिपक्ष ने साथ ही कहा, ‘‘यदि पद का दुरुपयोग करके सरकारी खजाने से धोखाधड़ी करने वाले मंत्री सोढी पर कांग्रेस और कैप्टन कोई कार्यवाही नहीं करते तो एक दफा ओर साबित हो जाएगा कि राज्य में चल रहे माफिया राज का असली सरगना मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह है और हिस्सापत्ती कांग्रेस हाईकमान तक जाती है।’’
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि जाखड़ द्वारा कांग्रेस सुप्रीमों सोनिया गांधी को राणा सोढी के खिलाफ की शिकायत में न केवल सोढी को लैंड माफिया साबित किया गया है, बल्कि आम आदमी पार्टी द्वारा शुरू से ही लगाए जाते उन आरोपों की पुष्टी कर दी गई है कि कांग्रेस और बादल एंड पार्टी की आपस में मिलीभगत है। इसी कारण राणा सोढी ने बादलों के राज में शराब फैक्टरियों के लाइसेंस लिए थे।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा एक तरफ पंजाब के किसान अपनी अधिग्रहण हुई जमीनों के उचित मुआवजे के लिए सडक़ों से लेकर मोती महल पटियाला तक पक्के धरने लगाने के लिए मजबूर हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के मंत्री अपनी अधिग्रहण जमीन का दो बार मुआवजा लेकर तीसरी बार भी लेने की कोशिश में हैं, जो बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।

 

Spread the love