राज्य की सभी रजिस्टर्ड राजसी पार्टियों को भी लोक हित में राजनैतिक जलसा न करने की लिखित अपील की
चंडीगढ़, 15 जुलाई:
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को राज्य की विभिन्न किसान यूनियनों से अपील की कि वह कोविड के फैलाव को रोकने के लिए लगाई बंदिशों के मद्देनजऱ भारत सरकार के किसान विरोधी आर्डीनैंसों के खि़लाफ़ अपने बनाऐ रोष प्रदर्शनों को मुलतवी कर देें।
राज्य सरकार की तरफ से जलसा न करने की लगाईं रोकों के बावजूद कई किसान यूनियनों की तरफ से अपने रोष प्रदर्शन के प्रोग्राम के फ़ैसले पर कायम रहने की रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुये मुख्यमंत्री ने उनसे अपील की कि वह मौजूदा संकट को देखते हुये टकराव वाली नीति न अपनाएं क्योंकि राज्य में धारा 144 लागू है और कहीं भी जलसा करने की मनाही है।
बंदिशों को समय की ज़रूरत बताते हुये उन्होंने किसान यूनियनों से अपील की कि वह पंजाब और यहाँ के लोगों के बड़े हितों को ध्यान में रखते हुये कोविड महामारी के आगे फैलने को रोकने के लिए राज्य सरकार की तरफ से लगाईं पाबंदियों का पालन करें।
उन्होंने कहा कि चाहे कृ़षि आर्डीनैंस का मुद्दा पंजाब के लिए बहुत महत्वपूर्ण है परन्तु इस समय पर कोई भी फिजिकल रोष प्रदर्शन पंजाब के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने यूनियनों से अपील की कि वह आर्डीनैंसों का विरोध करने के लिए सोशल मीडिया को अपने गुस्से के प्रगटावे के लिए प्रयोग करें जोकि देश के संघीय ढांचे के खि़लाफ़ हैं।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी रजिस्टर्ड राजसी पार्टियों को पत्र लिख कर निजी तौर पर विनती की कि कोरोना महामारी के चलते लगाई रोकों के मद्देनजऱ वह कोई भी राजनैतिक जलसा न करें।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह कठिन समय है जब पूरे देश में मामलों में विस्तार हो रहा है। उन्होंने सभी पार्टियों को राजसी विचारों से ऊपर उठने की अपील करते हुये कहा कि लोगों की जान बचाने और आने वाली पीढिय़ों की रक्षा के लिए राज्य सरकार की कोशिशों को मज़बूत करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति और रोष प्रदर्शन इन्तज़ार कर सकते हैं, यह समय है साझी लड़ाई का है जो सिफऱ् सभी की साझी कोशिशों के साथ ही प्रभावशाली तरीके से लड़ी जा सकती है।