अमृतसर ग्रामीण द्वारा ‘मैं हूँ वालंटियर’ मुहिम की शुरूआत

जरूरतमंदों को ज़रूरी वस्तुओं और भोजन की सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए पंजाब पुलिस ने केंद्रीय खाद्य पुल तैयार किये
चंडीगढ़, 12 अप्रैल:
लॉकडाऊन के दौरान सभी जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन और ज़रूरी वस्तुओं की उपयुक्त सप्लाई और वितरण को यकीनी बनाने के लिए, पंजाब पुलिस ने जिलों में केंद्रीय खाद्य पुल तैयार किये हैं।
इस पुल प्रणाली में सिवल प्रशासन के साथ मिल कर काम करने के लिए गाँव के पुलिस अधिकारी (वीपीओज़), एनजीओज़, दानी, वालंटियरों के अलावा धार्मिक संस्था और समाज कल्याण ग्रुप को शामिल किया गया है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार पुल को फील्ड अधिकारियों से इनपुट्स मिलती हैं जो रिसोर्स पुल्लिंग और डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली के साथ माँग और सप्लाई क्षेत्रों का नियमित रिकार्ड रखते हैं।
उन्होंने बताया कि दानी के साथ तालमेल करने के लिए वी.पी.ओज़ की तरफ से वटसऐप ग्रुप बनाऐ गए हैं जिससे भोजन सामग्री के वितरण में किसी किस्म की डुपलीकेशन (दोहराउना) से बचा जा सके। भोजन, दवाएँ, सैनेटरी पैड, सैनेटाईजऱ, मास्क और साबुन आदि वस्तुएँ पहुँचाने की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए हरेक समूह में सम्बन्धित क्षेत्रों के औसतन 60 /70 व्यक्ति हैं। गाँव या वार्ड अनुसार ज़रूरतों का मूल्यांकन एक दिन पहले किया जाता है जिसको फिर डीएसपी स्तर पर एकसार किया जाता है। डीजीपी ने आगे बताया कि सभी दानियां से प्राप्त राशन का वितरण एन.जी.ओज़ और सम्बन्धित वीपीओज़ द्वारा किया जाता है, जो सामाजिक दूरी बनाऐ रखने सम्बन्धित नियमों की पालना को यकीनी बनाते हैं।
अमृतसर में विभिन्न दानियों द्वारा दी गई वस्तुएँ गोल बाग़ और रेड क्रास सेंटरों में एकत्रित की जाती हैं। एसीपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व वाली एक जोन स्तरीय टीम स्टाक को कम्पायल करने के साथ साथ सार्वजनिक फीडबैक के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों की माँग को भी कम्पायल करती है। स्टाक को फिर वार्ड स्तर की 85 टीमों में बाँटा जाता है जिसमें एक पुलिस कर्मचारी, एक क्लर्क और एक नगर निगम अधिकारी शामिल होते हैं, जिनको जरूरतमंद लोगों को ज़रूरी वस्तुओं के वितरण का जिम्मा सौंपा जाता है।
इसी तरह मानसा में, शुरू में 38 एनजीओ ने पकाऐ हुए खाने और राशन का वितरण शुरू किया था जिसका वितरण अब वीपीओज़ के द्वारा सुचारू ढंग से किया जा रहा है। डीजीपी ने बताया कि एक डीएसपी स्तर का अधिकारी हरेक क्षेत्र की माँग को कम्पायल करता है और एन.जी.ओज़ के सक्रिय सम्मिलन के द्वारा ज़रूरतमंदों में ज़रूरी वस्तुओं के वितरण की निगरानी वीपीओज़ के द्वारा की जाती है।
एस.बी.एस.  नगर पंजाब पुलिस  एनजीओज़ हेल्पिंग हैड ’ प्रोजैक्ट के अंतर्गत, शहीद भगत सिंह नगर पुलिस ने दान करने वालों और वालंटियरों को ज़रूरतमन्द लोगों की सेवा के लिए सांझे प्लेटफार्म पर लाया गया है। हमारे पासपोर्ट वैरीफिकेशन अफसरों द्वारा ज़रूरतमंदों और गरीब लोगों का डाटा लिया गया था, जिसको ज़रूरी वस्तुओं के वितरण का समय ध्यान में रखा जाता है।
लुधियाना में सभी 125 एनजीओज को एक वटसऐप ग्रुप पर लाया गया है। वह ज़रूरत के आधार पर लंगर तैयार करते हैं और फिर पुलिस की सहायता से लंगर बाँटा जाता है। एस.एच.ओज़ और वालंटियरों द्वारा लुधियाना के 400 विभिन्न इलाकों से ज़रूरी वस्तुएँ एकत्रित की जाती हैं, जहाँ गरीब लोग रहते हैं।
खन्ना को अलग-अलग जोनों में बाँटा गया है। अलग-अलग दानी और समाज कल्याण संस्थाएं जरूरतमंद लोगों को भोजन और ज़रूरी समान दान करने के लिए आगे आ रही हैं। डीजीपी ने कहा कि तारीख / समय सूची बनाई गई है और ज़रूरतमंदों को ज़रूरी वस्तु और पकाया हुया भोजन दान करने के लिए विशेष समाज कल्याण संस्था को चुनिंदे क्षेत्र दिए गए हैं जिससे खाने की बर्बादी से बचा जा सके।
शहर में दान किये गए सभी पके खाने और सूखे राशन को पुलिस लाईन, बठिंडा की एक जगह इक_ा किया जाता है जहाँ सूखे राशन के एकसमान पैकेट तैयार किये जाते हैं और उनको वालंटियरों और पुलिस अधिकारियों की सहायता से बाँटा जाता है। शहर में सूखे राशन के 33,902 पैकेट और पके  खाने के 3,96,038 पैक्ट पहले ही बाँटे जा चुके हैं।
अमृतसर ग्रामीण जिले में 889 वीपीओज़ की सहायता से एक मुहिम, ‘मैं हूँ वालंटियर चलाई गई है और अब तक सप्लाई के लिए 532 और वितरण के लिए 4580 वालंटियर सूचीबद्ध किये जा चुके हैं। सप्लाई वालंटियरों के द्वारा दान किये स्रोत पुलिस स्टेशन स्तर पर इकठ्ठा किये जाते हैं और डिस्ट्रीब्यूशन वालंटियरों के द्वारा गाँवों में वितरित किये जाते हैं। जिले भर में 3 लाख से अधिक लोगों को भोजन प्रदान किया गया है और सूखे राशन के 60,230 पैकेट वितरित किये हैं।
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