अनिल विज ने आज मलेरिया मुक्त मेवातअभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की

Anil Vij launches the second phase of the Malaria Mukt Mewat Campaign

अनिल विज ने आज मलेरिया मुक्त मेवातअभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की

चंडीगढ़, 1 अप्रैल- हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज मलेरिया मुक्त मेवात (एमएमएम) अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की। इसके साथ ही परिवार नियोजन जैसे कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ‘अंतरा-हरि-सॉफ्टवेयर‘ लांच किया गया है।

          स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के एच.आई.वी एड्स से पीडित लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2250 रूपए प्रतिमाह वितीय सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त जेलों में हेपेटाईटस बी व सी की जांच के लिए हरियाणा जेल एच.सी.वी. परियोजना का दूसरा चरण भी शुरु किया। इस अवसर पर वेक्टर बोर्न डिसीज़ कंट्रोल प्रोग्राम हरियाणा की वार्षिक रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया।

          विज ने कहा कि मलेरिया मुक्त मेवात अभियान के पहले दौर के सफल समापन के बाद में बीमारी की घटनाओं में 97 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में जिले के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों उजीना, सुडाका व बाई के तहत आने वाले 62 गावों के 1.86 लाख लोगों के मलेरिया की मुफ़्त जॉंच व ईलाज 74 टीमों द्वारा घर-घर जाकर किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाए गए कदमों से राज्य जल्द ही मलेरिया मुक्त होगा।

          उन्होंने ने कहा कि मलेरिया को खत्म करने के लिए प्रदेश के सभी पंच, सरपंच भी लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें ताकि प्रदेश को 2022 तक मलेरिया मुक्त किया जा सके।

         स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश के 7 नए ए.आर.टी सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हमेशा एच.आई.वी के मरीजों को बेहतर जीवनयापन और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्व है।  ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण  पर पहली तिमाही में एच.आई.वी और सिफलिस का पता लगााने के लिए सभी गर्भवती महिलाओं के परीक्षण को शामिल किया गया है जो गांव की आशा वर्कर्स व ए.एन.एम द्वारा किया जाएगा।

          इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने एच.आई.वी एड्स से पीडि़त लोगों को पेंशन का चेक देकर  शुरुआत की।

          विज ने कहा कि ‘अंतरा-हरि-सॉफ्टवेयर’ (इंजेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम- अंतरा हरि) एक वेब मोबाइल-आधारित एप्लिकेशन है, जो इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक और उनकी खुराक लेने वाले उपयोगकर्ताओं को लाइन-लिस्ट करता है। इसका मुख्य उद्देश्य अंतरा टीका साधन अपनाने वाले लाभार्थियों को समय पर सेवा उपलब्ध करवाना है। यह सॉफ्टवेयर आशा वर्कर्स द्वारा लाभर्थियों का फॉलोअप करने में मदद करेगा, साथ ही इसके माध्यम से एस.एम.एस के रूप में रिमाइंडर भेजकर अगली खुराक के लिए याद भी करवाया जाएगा।

          स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा में पहले ही दिसंबर 2018 से अगस्त 2019 तक पहले राउंड में हेपेटाइटिस सी के लिए स्क्रीनिंग अभियान चलाया था अब हरियाणा एचसीवी जेल परियोजना के तहत हेपेटाइटिस बी व सी के लिए सभी 19 जेलों के कैदियों के ईलाज की स्क्रीनिंग की जाएगी है। उन्होंने कहा कि जो भारत सरकार द्वारा किसी भी प्रोग्राम की तिथि या मापदंड दिए गए हैं उससे पहले उस कार्यक्रम को पूरा कर लिया जाएगा।

          बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के निदेशक प्रभजोत सिंह, कारागार महानिदेशक के सेल्वराज सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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